चाईबासा:- आज पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा जानकारी दी गई कि आज समाहरणालय स्थित सभागार में उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता, चाईबासा प्रमंडल संजय कुमार एवं चक्रधरपुर प्रमंडल प्रभु दयाल मंडल सहित संवेदकों की उपस्थिति में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (डीएमएफटी) के तहत निर्मित वृहत जलापूर्ति योजनाओं का समीक्षा किया गया है- उन्होंने बताया कि बैठक में संवेदकों के द्वारा बताया गया कि कुछ स्थानों पर वन विभाग एवं रेलवे विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिलने के कारण कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है एवं पाइप लाइन के माध्यम से घरों तक जलापूर्ति करने का कार्य अभी रूका हुआ है- उन्होंने बताया कि जिले में उक्त फंड की राशि के प्रयोग से 06 वृहत जलापूर्ति योजना छोटानागरा, चक्रधरपुर पेयजल प्रमंडल एवं 5 जलापूर्ति योजना का निर्माण चाईबासा पेयजल प्रमंडल अंतर्गत किया गया है-
उपायुक्त ने बताया कि सरकार से प्राप्त मानकों के अनुसार जलापूर्ति योजना निर्माण स्थल के पोषित क्षेत्रों के घरों में जो कि पूर्व से चिन्हित हैं वहां पर 80प्रतिशत घरों को पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध करवाना है, वैसे 06 जलापूर्ति योजना इस जिला में पूर्ण हो चुका है एवं लगभग 10,000 घरों में पेयजल आपूर्ति का संयोजन भी पाइपलाइन के माध्यम से किया गया है- उन्होंने बताया कि अभी जब 29 दिसंबर को राज्य सरकार के कार्यकाल का 1 वर्ष पूर्ण होगा तो रांची से आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से सूबे के मुख्यमंत्री के कर कमलों से उक्त जलापूर्ति योजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा- उन्होंने बताया कि इससे पूर्व जिला प्रशासन को प्राप्त प्रतिवेदन कि घरों में जलापूर्ति का संयोजन किया गया है इससे संबंधित सूची के अनुरूप कराईकेला में घर-घर जाकर जांच भी स्वयं मेरे द्वारा एवं जिले के अन्य वरीय पदाधिकारियों के द्वारा भी सुनिश्चित किया जाएगा-