17 जनवरी को पल्स पोलियो अभियान की तैयारी शुरू
रांची: राष्ट्रीय पल्स पोलियो दिवस 17 जनवरी 2021 को राज्य भर में साठ लाख से ज्यादा 0-5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी. पहला दिन पोलियों खुराक निर्धारित बूथों पर पिलाया जाएगा. उस दिन छूट गए बच्चों को 18 एवं 19 जनवरी को घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पोलियों की खुराक पिलायेंगे. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के 48,000 स्वास्थ्य कर्मी कार्य करेंगे. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी स्टेट टास्क फोर्स की वर्चुअल बैठक की अध्यक्ष्ता करते हुए यह बात कही.
टास्क फोर्स के बैठक में भाग ले रहे महिला बाल विकास विभाग, पंचायती राज, ट्रांसपोर्ट विभाग, उर्जा विभाग, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, अरबन हाऊसिंग विभाग, शिक्षा विभाग एवं पुलिस विभाग को कई निर्देश दिये. डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी, ने पंचायती राज विभाग से कहा है कि गांव स्तर सदस्यों को इसकी जानकारी दें और गांव स्तर पर जागरुकता फैलाने में सहयोग करें. उर्जा विभाग से उन्होंने अनुरोध किया है कि बिजली की कटौती ना करें, जिन जगहों पर वैक्सीन रखा गया है. शिक्षा विभाग से कहा गया है कि उनके द्वारा चलाये जा रहे ऑन लाईन क्लास में पल्स पोलियो अभियान के बारे में बच्चों को बतायें और उस दिन स्कूल को खोल कर रखें ताकि वहां बूथ बनाया जा सके.
डॉ0 नितिन मदन कुलकर्णी, ने सूचना एवं जन संपर्क विभाग को कहा है कि पल्स पोलियो अभियान से 15 दिन पूर्व अपने माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करें, जिससे आम लोगों को पल्स पोलियों दिवस के बारे में जानकारी हो. पुलिस विभाग से उन्होंने आग्रह किया है कि पल्स पोलियों वाले ईलाकों के थाना इस अभियान में भाग लें.
पल्स पोलियो अभियान से पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का क्षमतावर्धन ट्रेनिंग किया जाएगा, जिससे की पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाया जा सके. कोविड-19 को देखते हुए प्रत्येक बूथ पर कोविड-19 नियमों का पालन किया जाएगा. जिसके अन्तर्गत सभी पोलियो खुराक पिलाने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता मास्क, सेनिटाईजर, ग्लबस और दो गज दूरी का पालन करेंगें तथा आम जनता को भी इसके बारे में जानकारी देंगे.
रवि शंकर शुक्ला, अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इस बैठक में कहा कि सभी विभाग मिलकर इस पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें. उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने माध्यम से इसकी जानकारी गांव स्तर तक पहुंचायें.
इस अवसर पर डॉ० अमर मिश्रा, शिशु स्वास्थ्य कोषांग प्रभारी, डॉ०यु०सी०सिंहा आईईसी कोंषांग प्रभारी, डॉ० अमरेन्द्र डब्ल्यूएचओ हेडए युनिसेफ के प्रतिनिधि, रॉटरी के प्रतिनिधि एवं विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शामिल थे.