एसपी सहित अन्य अधिकारियों के पुछताक्ष के बाद भेजा गया जेल,रांची से पकड़ा गया था
हज़ारीबाग़ :- हज़ारीबाग़ जिले में वर्षों बाद सीधे कोयला तस्करी के सरगना को गिरफ्तार किया गया है. रांची से गिरफ्तार अरुण साव से बड़कागांव थाना में जिले के एसपी कार्तिक एस, एसडीपीओ भूपेंद्र रावत,इंस्पेक्टर ललित दास, थाना प्रभारी उत्तम तिवारी कोयला तस्करी के पूरे नेटवर्क की जानकारी लेने के बाद उसे जेल जेल भेज दिया .जेल भेजने से पूर्व उसके नेटवर्क में कौन-कौन लोग शामिल हैं. पुलिस-पत्रकार के साथ अन्य किन लोगों की उसे मदद मिलती है या संरक्षण प्राप्त है . कोयला कहाँ से कैसे और कितना कोयला किस रूठ से ले जाकर कहाँ खपाया जाता है. वह इस धंधे में कब से शामिल है . इसके काले कारनामे की जानकारी ली गई .
वहीं इंद्रा जंगल मे खाद्यान डोजरिंग मामले में बड़कागांव कांड संख्या 254 /20 दर्ज कर 14 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
सूत्र बताते हैं की उक्त कोयला खाद्यान संचालन के लिए पुलिस से एक मुखिया का रिश्तेदार मध्यस्थता करता है और कोयला बाहर ले जाने के लिए तस्करों का सिंडिकेट स्थानीय सफेदपोशों के साथ पुलिस-पत्रकार को मैनेज करते हैं.
जिले भर से हो रही कोयले की तस्करी,तीन सिंडिकेट कर रहा काम
कोयला तस्करी के मामले में पुलिस की कार्रवाई फिलहाल बड़कागांव तक ही सीमित दिख रही है .जबकि जिले के विष्णुगढ़,गिद्दी,चरही,टाटी झरिया,कटकमदाग इलाकों में भी कोयला तस्करी किए जाने की सूचना है.
जिले में कोयले तस्कर के तीन गुट सक्रिय हैं . सूत्र यह भी बताते हैं कि बाकी दो गुटों से तालमेल नही बनाए जाने को लेकर अरुण साहू को टारगेट किया जा रहा है.
पुलिस पर सवालिया निशान इसलिए उठ रहा है कि सिर्फ अरुण साहू के सक्रियता वाले इलाकों में पुलिस कार्रवाई क्यों हो रही है,दूसरे इलाकों के थाना क्षेत्रों में क्यों नही ?
इंद्रा जंगल मे इतने दिनों बाद कार्रवाई क्यों ?
क्या पहले से पुलिस को जानकारी नही थी या जानबूझ कर चलने दिया जा रहा था .
जिले में कोयला तस्करों का सिंडिकेट अब भी पुलिस-पत्रकार और सफेदपोशों के संरक्षण या उदासीनता के कारण सक्रिय है .