रांची:- राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के दो दिवसीय अधिवेशन के पहले दिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि मोदी सरकार जो भी मजदूर विरोधी कानून लाई है राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) उसे वापस लेने पर बाध्य करेगी.
कल जनरल कॉउन्सिल में जिन मुद्दों को लिया जायेगा उनपर आज चर्चा हुई जहाँ 17 मुददों को चुना गया जिसकी अध्यक्षता विजय शंकर पांडे व संचालन इंटर के राष्ट्रीय महासचिव के के तिवारी ने की जिसमें आब्जर्वर के रूप में सुप्रीम कोर्ट के वरीय अधिवक्ता एसपी त्रिपाठी मौजूद थे.
इंटक के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने बताया कि कुछ प्रस्तावों के साथ पुरानी कमिटी भंग कर दी गई, कल जो नई कार्यकारिणी बनेगी वो प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखेगी जिसमें मजदूरों के मुद्दे होंगे. साथ ही दो दिवसीय अधिवेशन के दूसरे दिन चुनाव की प्रक्रिया चलेगी जिसमें इंटक अपना राष्ट्रीय अध्य्क्ष चुनेगी. वहीं इंटके के राष्ट्रीय महासचिव के के तिवारी ने श्रम कानूनों में बदलाव वह उन्हें कमजोर करने पर चिंता व्यक्त की तथा रेलवे कोलफील्ड आदि के निजीकरण करने व इनमें सत प्रतिशत एफटडीआई का पुरजोर विरोध किया
इस मौके पर इंटक के राष्ट्रीय महासचिव के के तिवारी पांडे प्रदीप शर्मा प्रदीप सिंह दीपक ओझा कन्हैया चौबे सुशील कुमार चौबे आदि जनरल काउंसिल के सदस्य उपस्थित रहे.