लोहरदगा: जिला पर्यावरण समिति की बैठक में उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो द्वारा डिस्ट्रिक्ट एनवायरोंमेंट प्लान पर चर्चा की गई और उचित दिशा निर्देश दिये गये. बैठक में शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के बिंदु पर चर्चा में नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए जुडको द्वारा प्लांट लगाया जाना है. इसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है. इसमें प्लास्टिक का भी प्रबंधन है. सूखा कचरा और गीला कचरा दोनों का प्रबंधन किया जायेगा. उपायुक्त ने कहा कि कचरा प्रबंधन वर्तमान में बड़ी चुनौती है. प्लांट स्थापित किये जाने के लिए जल्द प्रयास करें.
पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि जिले के विभिन्न तालाबों के पानी का पीएच मान क्या है, उनमें क्या कमियां हैं, इसके लिए लगातार पानी के सैंपल की टेस्टिंग की जाय. पानी के ट्रीटमेंट के लिए क्या-क्या उपाय किये जा सकते हैं, इसकी योजना बनायें. तालाबों के पानी का सैंपल इकट्ठा कर उसकी लगातार जांच की जाये.
जिला उद्योग महाप्रबंधक को आदेश दिया गया कि जिले में अवस्थित दो राईस मिलों की जांच की जाय. क्या राईस मिलों द्वारा निकल रहे गंदे का पानी ट्रीटमेंट किया जा रहा है, इसकी भी जांच की जाय. उपायुक्त द्वारा एक जांच समिति भी गठित किये जाने का निर्देश दिया गया, जिसमें जिला उद्योग महाप्रबंधक, जिला सहकारिता पदाधिकारी, संबंधित अंचल अधिकारी और प्रदूषण बोर्ड, रांची के पदाधिकारी भी शामिल होंगे.
स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया गया कि शहर के विभिन्न अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन के लिए क्या-क्या उपाय किये गये हैं, क्या उनके द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट के लिए कोई प्रबंधन किया जा रहा है, इसकी जांच नियमित तौर पर की जाये. इसमें जिले के सभी निजी अस्पतालों, पैथोलॉजी समेत अन्य मेडिकल संस्थाओं को भी शामिल किया जाय. सिविल सर्जन इसके लिए किसी पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त करें जो नियमित तौर इसकी जांच करेंगे.
खनन विभाग को निर्देश दिया गया कि जिले में खनन कार्यों के लिए लीज शर्तों का पालन किया जा रहा है या नहीं, इसकी नियमित तौर जांच की जाये. क्रशर के द्वारा खनन कार्य के बाद बन गये गड्ढों का क्या हो रहा है, उसकी स्थिति क्या है, इसकी भी जांच की जाये.
हिंडाल्को प्रबंधन को जिले में वायु की गुणवत्ता का स्तर बताने वाले डिसप्ले लगाने का आदेश उपायुक्त द्वारा दिया गया. इसके अतिरिक्त अनुमण्डल पदाधिकारी और जिला परिवहन पदाधिकारी को शहर में ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाने का आदेश दिया गया.
बैठक में उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी शिव कुमार राम, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल के कार्यपालक अभियंता सुशील टुडू, नगर पर्षद के कार्यपालक अभियंता देवेंद्र कुमार, जिला उद्योग महाप्रबंधक नीलम केरकेट्टा, सदर अस्पताल उपाधीक्षक वंशीधर सेनगुप्ता, हिंडाल्को प्रबंधन के प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रांची के प्रतिनिधि उपस्थित थे.