रांची: मांडर विधायक बंधु तिर्की ने प्रधान सचिव कार्मिक को पत्र लिखकर झारखंड के 16 आदिवासी प्रशाखा पदाधिकारी के सेवा बिहार से झारखंड स्थानांतरित करने को कहा है. बीपीएससी ने 1999 में ली, परीक्षा 2000 में, रिजल्ट एवं 2002 में बहाली हुई, पटना हाई कोर्ट से केस जीते, केंद्र सरकार ने आदेश दिया फिर भी फंसे हैं पटना सचिवालय में.
तिर्की ने कार्मिक सचिव को लिखे पत्र में कहा है बिहार सरकार के पटना सचिवालय के विभिन्न विभागों में 18 वर्षों से झारखंड के 16 आदिवासी वर्ष 2002 से प्रशाखा पदाधिकारी नियुक्त है, जिनकी सेवा बिहार सरकार से झारखंड राज्य में सौंपने संबंधी उच्च न्यायालय, पटना के पारित आदेशानुसार बिहार सरकार के पत्र संख्या स०-स्टे०/ झा०/ वि०-42/ 2013-11555, गृह विभाग एवं भारत सरकार के f.no-28(c)/21/2010-sr(s) के आलोक में अब तक झारखंड राज्य में सेवा स्थानांतरण की प्रक्रिया लंबित है.
इस संबंध में किरण खाखा स.प्र. पदाधिकारी झारखंड विधानसभा रांची द्वारा समर्पित अभ्यावेदन में पत्नी सुजाता मेझरेन एक्का जो बिहार राज्य सचिवालय पटना में कार्यरत है तथा पुत्र के किडनी प्रत्यारोपण में स्वयं किडनी डोनर है, जिस कारण प्राया चंडीगढ़ जाना पड़ता है.
इस संबंध में किरण खाखा ने विशेष परिस्थिति दर्शाते हुए बिहार राज्य पटना सचिवालय से झारखंड राज्य सचिवालय स्थानांतरण हेतु आवेदन समर्पित किया है.