रांची:- शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी कोकर मंडल के अध्यक्ष बसंत पांडेय की अध्यक्षता में कोकर चुन्ना भट्टा स्थित रामानुजम इंस्टिट्यूट में अटल बिहारी बाजपेयी 96वें जन्मदिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
संगोष्ठी में अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन चरित्र पर विस्तृत रूप से विवरण करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी पहले शख्स थे. जिन्होंने इस मिथक को तोड़ा कि भारतीय राजनीति में नेहरु वंश के सिवा कोई और देश नहीं चला सकता. वे ऐसे अजातशत्रु राजनेता थे. जिन्होंने अपनी वाक्पटुता और अद्भुत भाषण कला से न केवल आम जनता को अपना मुरीद बनाया अपितु उनके कट्टर विरोधी भी उनके कायल रहे.
भाजपा के वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र प्रसाद ने भी अटल बिहारी बाजपेयी के जीवन चित्रण को याद करते हुए बताया कि, बाजपेयी जीवट के धनी थे. उन्होंने सारी दुनिया की परवाह किए बगैर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश बनाया, विपक्ष में रहकर भी संयुक्त राष्ट्रसंघ में देश का प्रतिनिधित्व किया, वहां पहली बार हिंदी का परचम लहराया. 1951 में जनसंघ के संस्थापक सदस्य अटल ने अपनी कुशल व्यक्तित्व शैली से राजनीति में रंग जमाया.
कोकर मंडल के प्रभारी रजनीश पांडेय ने कहा कि, अटल बिहारी बाजपेयी किसानों के प्रति सदैव संवेदनशील रहे. उन्होंने सदैव किसानों के हितों की आवाज उठाई, उन्होंने कहा की आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल बिहारी बाजपेयी के 96वें जन्मदिवस पर पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से उनके सपनो को पूरा कर रहे है.
मंडल अध्यक्ष बसंत पांडेय ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी का सपना था ऐसा भारत जो भूख और डर से, निरक्षरता और अभाव से मुक्त हो. उन्होंने बताया कि कैसे महात्मा रामचंद्र वीर द्वारा रचित अमर कृति ‘विजय पताका’ पढ़कर अटल जी के जीवन की दिशा ही बदल गई.
इस संगोष्ठी में मंडल अध्यक्ष बसंत पांडेय, पूर्व विधायक जीतू चरण राम, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा, वीरेंद्र प्रसाद, कोकर मंडल प्रभारी रजनीश पांडेय, अजय अग्रवाल, रंजन पासवान, सुधीर श्रीवास्तव, कपिलदेव प्रसाद, सुनील कुमार, अर्जुन ठाकुर, अजनेश सिंह, माणिक चन्द्र ठाकुर, पवन सिंह, गोपाल सिंह, अरुण गुप्ता, सोनू मिश्रा, प्रभाकर भट्ट, किरण बाखला, ललिता देवी, सुभाष अग्रवाल, डॉ निशान्त झा, प्रिय रंजन सहाय, विपिन वर्मा समेत अन्य भाजपा कोकर मंडल के कार्यकर्ता शामिल हुए.