रांची: मांडर विधायक बंधु तिर्की ने एम मोदस्सर द्वारा लिखित पुस्तक “झारखंड में लोक विश्वास का स्वरूप” का लोकार्पण अपने आवास में किया.
इस पुस्तक के लोकार्पण के पश्चात बंधु तिर्की ने कहा कि लोक विश्वास हमारी परंपरा है, जिसे जीवित रखना जरूरी है. आधुनिक युग में हम इन्हें पीछे छोड़ते जा रहे है उन्होंने यह भी कहा कि यह पुस्तक हमारे लोक विश्वासों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संजीवनी साबित होगी.
इस दौरान लेखक एम मोदस्सर ने कहा कि लेखक भारत के बहुत सारे विद्वानों और आधुनिक समाज का झारखंड में माने जाने वाले लोक विश्वासों को अंध विश्वास कहना कहीं न कहीं गलत साबित होता दिख जाता है. वैज्ञानिक युग के इस संसार में भी झारखंड में लोक विश्वास की जड़ें इतनी मजबूत है कि यहां इसे नजरअंदाज करना नामुमकिन है. धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक-सभी प्रकार की शिक्षा के लिए सदियों से यहां के लोग अपने अपने पूर्वजों से प्राप्त लोक साहित्य का ही सहारा लेते आए हैं.
इस पुस्तक में इन्हीं लोक विश्वासों को लोगों के साक्षत्कार के जरिए एकत्रित करने के बाद लिपिबद्ध कर लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया है.
इस मौके पर मजकूर आलम सिद्दीकी, जावेद अख्तर, ज़फर इमाम, अशोक कुमार दास, महबूब आलम, नीतू मुंडा, पुष्पा उरांव, बीना कुमारी, अनिमेष बागची, सोनू लकड़ा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.