पटना: अरूणाचल प्रदेश में जैसे हीं जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के 6 विधायक भारतीय जनता दल (भाजपा) के पाले आए वैसे हीं बिहार की राजनीति ने एक बार फिर से सियासी हवा का रूख मोरते हुए करवट बदल ली. अब एनडीए की अगुवाई वाली नीतीश सरकार में सब कुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है.
अरूणाचल प्रदेश के 6 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने को लेकर जेडीयू ने सख्त बयान दिए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो यहां तक कह दिया कि मुझे सीएम बनने का मन नहीं था. बीजेपी अपनी पार्टियों में से किसी को भी बना सकती थी. अब जेडीयू और बीजेपी में ठनी जंग का फायदा विपक्षी पार्टियों को दिख रहा है. इसलिए राजद बयानबाजी में जुट गई है.
सोमवार को राजद ने नीतीश के इस बयान को लेकर तंज कसा. ट्वीट करते हुए विशाल यादव ने लिखा कि ये वहीं बात हो गई है कि कोई बच्चा परीक्षा में फेल हो जाए और बाद में बोले की नामांकन करवाने का मन नहीं था. यादव के इस ट्वीट को राजद ने रिट्वीट किया.
राज्य में क्राइम रेट लगातार बढ़ रहा है. आपराधिक घटनाएं हर रोज हो रही है. इस बात को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार को घेरने में जुटी हुई है. आपराधिक मामले को लेकर सीएम नीतीश ने बीते दिनों हाईलेवल मीटिंग बुलाई थी. लेकिन, फिर भी घटनाएं नहीं रूक रही है.
विशाल यादव ने कुछ अखबारों में आपराधिक घटनाओं के किए जिक्र को शेयर करते हुए लिखा, “बिहार में सिर्फ नीतीश जी सुरक्षित हैं,बाकी सब किस्मत व अपराधियों के भरोसे है.जो CM कहता हो मुझे CM बनने का मन नहीं था मगर बना दिया गया.ये तो वही बात हो गई जो विद्यार्थी अच्छा परिणाम नहीं दे पाता है तो वो बहाना बनाता है की हमें पढ़ने की इच्छा नहीं थी लेकिन नामांकन करा दिया गया.”