रांची: देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसको देखते हुए झारखंड में भी हाईअलर्ट किया जा चुका है. सरकार ने ऐहतियात के तौर पर राज्यभर से पक्षियों और मुर्गियों के 1977 सैंपल लेकर जांच के लिए कोलकाता भेजा है.
पशुपालन निदेशक नैंसी सहाय ने बताया कि झारखंड में फिलहाल एक भी बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है. हालांकि दूसरे राज्यों की स्थिति को देखते हुए सरकार सतर्कता बरत रही है. 1977 सैंपल लेकर जांच के लिए आरडीडीएल लैब कोलकाता भेजे गए हैं. सैंपल रैंडम लिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, रांची के बिरसा चिड़ियाघर से 5 पक्षियों उल्लू, मोर, तोता, बाज और चील के 30 स्वैग सैंपल लिए गए हैं. दरअसल जमशेदपुर जू में 4 कौओं की मौत के बाद रैंडम सैंपल लेना शुरू किया गया.
बिरसा चिड़ियाघर के निदेशक वाईके दास ने बताया कि बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पक्षियों को भोजन में उबला हुआ मटन और चूजा की जगह चूहा दिया जा रहा है. एक बेड़े से दूसरे बेड़े में वस्तुएं ले जाने पर रोक लगाई गई है.
इस बीच बीमार या मरे हुए पक्षियों की सूचना देने के लिए मोबाइल नंबर- 9835152390 जारी किया गया है. डॉक्टर आलोक कुमार सिंह को बर्ड फ्लू को लेकर नोडल पदाधिकारी बनाया गया है.
डॉक्टरों के मुताबिक मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण- कलगी फूल जाना, कलगी बाली और पैरों का रंग नीला हो जाना, नाक से पानी आना, पतला दस्त होना, सांस लेने में तकलीफ और चलने में लड़खड़ाना हो सकते हैं. मृत पक्षियों को देखने पर उसे छूएं नहीं और न ही उसके नजदीक जाएं. पशुपालन विभाग को सूचित करें.