Ranchi:- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ एवं पिछले 73 वर्षों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर 15 जनवरी को प्रदेश मुख्यालय पर किसान अधिकार दिवस मनाएंगे और राजभवन का घेराव किया जाएगा. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने बताया कि भारत के 62 करोड किसान निरंकुश मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ रहे हैं, कृषक जीवन और आजीविका के लिए करोड़ों किसान पिछले 45 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं, उत्तर भारत में शीतलहर, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण 60 किसानों ने अपना जीवन खो दिया है वहीं घमंडी भाजपा सरकार किसानों की पीड़ा से बेखबर है ,प्रतीत होता है कि मोदी सरकार जान बूझकर आठ दौर की किसानों की वार्ता को निर्मूल विफल कर 3 काले कानूनों को बिना निरस्त किए प्रदर्शनकारी किसानों को थकाने की नीति अपनाई हुई है.
आलोक दूबे,किशोर शाहदेव, डा राजेश गुप्ता ने कहा वहीं दूसरी तरफ 73 वर्षों में डीजल और पेट्रोल की बेतहाशा वृद्धि किसानों और आम लोगों के दुखों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. पिछले 6 वर्षों में(मई 2015) मोदी सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9 .20 प्रति लीटर वर्तमान में 32.98 प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी यानि लगभग 250 प्रतिशत की बेतहाशा वृद्धि की गई, वही डीजल पर प्रति लीटर 3.46 की दर से बढ़ता हुआ उत्पाद शुल्क प्रति लीटर तेल की कीमत 28.37 रुपये की वृद्धि यानि 820ः की वृद्धि हुई है और इस दरमियान केंद्र की सरकार ने लगभग 19 लाख करोड़ रुपए एक्साइज ड्यूटी के नाम पर पेट्रोल और डीजल से कमाने का काम किया है.जिसका असर किसानों के साथ साथ आम लोगों के जीवन पर भी प्रतिकुल प्रभाव डालता है और मंहगाई आसमान छू रही है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिवों की संपन्न हुई बैठक में यह फैसला हुआ है कि 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस के तहत व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में 15 जनवरी को राजधानी रांची के राजभवन पर घेराव कर किसान विरोधी दिवस एवं पेट्रोल डीजल की बेतहाशा कीमतों में वृद्धि को लेकर विरोध किया जाएगा, जिसमें सभी विधायक,मंत्री, सांसद कांग्रेस के नेतागण उपस्थित रहेंगे.