रांची:- न्यायमूर्ति एलपीएल शाहदेव की नवमी पुण्यतिथि पर आज भाजपा नेताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी,पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास,संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, महामंत्री आदित्य साहू,सांसद संजय सेठ,विधायक सी पी सिंह, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू विधायक समरी लाल ,मेयर श्रीमती आशा लकड़ा, उप मेयर संजीव विजयवर्गीय,आदि सम्मिलित थे.
बाबूलाल मरांडी ने चौक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि जबसे शाहदेव अपने धुन के पक्के व्यक्ति थे. जस्टिस शाहदेव का त्याग को भुलाया नहीं जा सकता.झारखंड आंदोलन के वक्त जस्टिस शाहदेव गिरफ्तार भी हुए.भारत देश की इतिहास में यह प्रथम घटना था की कोई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायधीश गिरफ्तार हुए थे. न्यायाधीश होते हुए भी झारखंड की माटी से जुड़े हुए थे.उन्होंने झारखंड अन्दोलन कि अंतिम आंदोलन का नेतृत्व भी किया.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जी ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जस्टिस शाहदेव झारखंड आंदोलन के स्तंभ थे. झारखंड के माटी से उनका एक अलग जुड़ाव थ. यहाँ के सभी लोगों को वह अपने लोग मानते थे. न्यायमूर्ति जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. झारखंड राज्य के वह पहले आंदोलनकारी थे जिन्हें उच्च न्यायालय के जज बनने का गौरव प्राप्त हुआ था.
रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि न्यायमूर्ति एल पी एन शाहदेव ने झारखण्ड आन्दोलन को न सिर्फ अपनी लेखनी से धार प्रदान किया बल्कि सड़कों पर भी उतरें. सांसद श्री संजय सेठ ने कहा कि इतिहास में बिरले ऐसे उदाहरण मिलते हैं जब उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद पर रहा कोई व्यक्ति आंदोलन के चलिए सड़कों पर उतरता हो. श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में शिवपूजन पाठक,संजय जायसवाल , योगेन्द्र सिंह , जितुचरन राम, ललित ओझा , मृत्युंजय शर्मा, राहुल अवस्थी आदि नेता भी उपस्थित थे.