दिल्ली: कोरोना वैक्सीन की तैयारी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की. सीएम संग बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना वायरस का वैक्सीन लगेगा. इसके बाद सफाई कर्मचारियों को टीका लगेगा. फिर कोरोना का वैक्सीनेशन पुलिसकर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, सुरक्षा बल के जवानों को होगा.
दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों जो लोग संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील हैं, उन्हें टीका लगेगा.उन्होंने आगे कहा कि भारत ने जिन 2 वैक्सीन को अनुमति दी है वह दोनों ही भारत में निर्मित हैं. साथ ही भारत की जैसी परिस्थिति है उसके आधार पर ये राहत की बात है कि पहले इन वैक्सीन को मंजूरी दी गई है.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जिन दो वैक्सीन को मंजूरी दी गई है उनके अलावा 4 वैक्सीन भी अभी पाइपलाइन में हैं. यह वैक्सीन हमें भविष्य की बेहतर तैयारी करने में मदद करेगी. देशवासियों को हमारे एक्सपर्ट्स सही वैक्सीन देने के लिए सभी तरह की सावधानियां बरत रहे हैं. देश के लगभग सभी जिलों में हमने ड्राई रन पूरा किया है, जोकि एक बड़ी उपलब्धि है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमें अपने पुराने अनुभवों के आधार पर नई मानक संचालन प्रक्रिया को एक करना होगा. भारत को टीकाकरण का जो अनुभव है, जो दूर-सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने की व्यवस्था है वो कोरोना टीकाकरण में बहुत काम आने वाली है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में 3 करोड़ लोगों के टीकाकरण का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि अगर कोरोना वायरस की वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट सामने आता है तो इसके लिए भी हमने प्रबंध किए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास पहले से ही इस तरह की स्थितियों के लिए यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम के तहत एक तंत्र है. इसे विशेष रूप से हमने कोविड टीकाकरण के लिए मजबूत किया है.