नई दिल्ली: देशभर में कल से वैक्सीनेशन की शुरुआत होने वाली है. ऐसे में सभी के मन में बहुतेरे प्रश्न उठ रहे हैं कि सबसे पहले किन्हें टीका लगेगा, रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है या नहीं, कौन से डॉक्युमेंट्स इसके लिए आवश्यक हैं, आम आदमी कैसे टीका लगवा सकता है आदि. इसके अलावा किन्हें टीका नहीं लगवाना है, टीका लगवाने के बाद क्या-क्या सावधानिया बरतनी हैं, इसका कोई साइड इफैक्ट तो नहीं है. तो कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब आपको इस खबर में मिलने वाले हैं.
प्रश्न-सबसे पहले किन्हें लगेगा टीका?
उत्तर- पहले चरण में देश के स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्करों को कोरोना का टीका दिया जाएगा. इसके बाद दूसरे चरण में 50 साल से ऊपर की उम्र वालों को टीका दिया जाएगा और फिर 50 साल के अंदर वाले उन लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा जिन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन, दिल, किडनी या अन्य कोई संबंधित बीमारी है.
प्रश्न- क्या टीका पूरे देश को एक साथ दिया जाएगा?
उत्तर- नहीं. भारत सरकार ने जोखिम का पैमाना देखते हुए यह तय किया है कि किन्हें सबसे पहले कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा.
प्रश्न- कल किसे दी जाएगी वैक्सीन?
उत्तर- कल से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के पहले चरण में हेल्थ केयर वर्करों का टीकाकरण किया जाएगा. एक अनुमान के मुताबिक देश में 1 करोड़ स्वास्थ्य कर्मी हैं. शनिवार को इनमें से 3 लाख कर्मियों को पहले चरण में वैक्सीन दी जाएगी.
प्रश्न- आम आदमी कैसे टीका लगवा सकता है?
उत्तर- वैक्सीन पाने के योग्य लोगों को सरकार लाभार्थी के रूप में पंजीकृत करेगी. जिन लाभार्थियों को वैक्सीन दी जाएगी उन्हें उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए यह सूचना दी जाएगी कि उन्हें कहां और किस समय टीका दिया जाएगा. अगर अपने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो आपको टीका नहीं लगाया जाएगा. कोरोना की दूसरी खुराक के बारे में भी लाभार्थियों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजा जाएगा. दोनों खुराकें दिए जाने के बाद लाभार्थियों को उनके नंबर पर क्यूआर कोड आधारित सर्टिफिकेट भी भेजा जाएगा.
प्रश्न- किन डॉक्युमेंट्स की आवश्यकता होगी?
उत्तर-12 सरकारी फोटो आईडी में से कोई एक. इन आईडी में आधार कार्ड, वोटर आईड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, केंद्र-राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों को जारी किया गया फोटो सहित आईडी कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट, ठढफ के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, फोटो के साथ जारी किए पेंशन डॉक्यूमेंट्स, सांसद-विधायकों या एमएलसी को जारी आधिकारिक पहचान पत्र, पोस्ट ऑफिस या बैंक द्वारा जारी किया गया फोटो सहित पासबुक और श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी किया गया हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड. वैक्सीनेशन सेंटर पर पत्र के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाया गया है उसे ले जाना आवश्यक होगा.
प्रश्न-देश में किन वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मिली है?
उत्तर- ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने देश में अभी तक दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है. भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड-ऐस्ट्रेजेनेका के साथ मिलकर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की बनाई वैक्सीन कोवीशील्ड.
प्रश्न- क्या दोनों वैक्सीन में से किसी एक को चुन सकते हैं?
उत्तर- नहीं. यह सरकारी अधिकारियों पर निर्भर करता है कि वे किसे कौन सी वैक्सीन देंगे.
प्रश्न- क्या वैक्सीन का इस्तेमाल सुरक्षित है?
उत्तर- वैक्सीन के जानवरों और इंसानों पर क्लिनिकल ट्रायल से मिली जानकारी को जांचने-परखने के बाद देश ही मंजूरी मिलती है. दोनों वैक्सीन के प्रतिरोधक क्षमता को जांचा जा चुका है और यह भी साफ है कि इनसे खास खतरा नहीं है.
प्रश्न- वैक्सीनेशन के क्या सावधानियां बरतनी हैं?
उत्तर- वैक्सीनेशन के बाद करीब 30 मिनट तक आराम करना चाहिए ताकि यह देखा जा सके कि वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हो रहा. अगर, कुछ भी अलग लगता है तो तुरंत वैक्सीनेशन टीम को सूचित करें.
प्रश्न- कैंसर, डायबिटिज, हाइपरटेंशन या किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से जुड़ी दवाओं का सेवन करने वाले वैक्सीन ले सकते हैं?
उत्तर- हां, इन लोगों को भी वैक्सीन लेनी चाहिए क्योंकि ये सबसे ज्यादा जोखिम वाले समूह का हिस्सा हैं.
प्रश्न-क्या गर्भवती महिलाएं और बच्चों को वैक्सीन दी जा सकती है?
उत्तर- नहीं, वैक्सीन गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए नहीं है. फिलहाल वैक्सीन 18 साल से ऊपर के उम्र के लोगों को ही दी जाएगी.
प्रश्न- क्या कोविड-19 के सक्रिय मरीजों को वैक्सीन दी जा सकती है?
उत्तर-नहीं, कोरोना से संक्रमितों को वैक्सीन लेने से पहले ठीक होने के लिए चार से आठ हफ्तों तक इंतजार करना चाहिए.
प्रश्न- क्या कोरोना वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट है?
उत्तर- वैक्सीन लेने के बाद बुखार, संक्रमण की जगह पर दर्द, सिर और बदन दर्द, बेचैनी, कमजोरी जैसे हल्के लक्षण हो सकते हैं.
प्रश्न- क्या कोरोना की वैक्सीन लेना अनिवार्य है?
उत्तर- वैक्सीन लेना या न लेना आपकी मर्जी पर निर्भर करता है. हालांकि, एक्सपर्ट्स यह सलाह देते हैं कि लोगों को सुरक्षित रहने के लिए वैक्सीन लगवानी चाहिए.