धनबाद: भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद अब उसकी खूबी और खामियों पर चर्चा हो रही है. सम्मेलन में बाघमारा विधायक ढुलू महतो की भी काफी चर्चा है. बोलने का अवसर तो सभी को मिला लेकिन बाघमारा विधायक ढुलू महतो की दहाड़ के आगे सब फीके पड़ गए.
हुआ यूं कि ढुलू कार्यक्रम में काफी देर से आए. आते ही अभी वह मंच पर बैठे भी नहीं थे कि उन्हें बोलने का अवसर दे दिया गया. वह भी कम न थे, दहाड़ने लगे. उन्होंने सीधे तौर पर नेताओं पर आरोप मढ़ दिया कि जब कार्यकर्ता मुश्किल में फंसते हैं तो कोई नेता कुछ नहीं बोलता है. उन्होंने अपना उदाहरण दिया और हाल ही में सिंदरी में पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रहे धर्मजीत सिंह पर हुए एफ आई आर का भी उदाहरण दिया. कहा कि कार्यकर्ता दोहरी मार झेल रहे हैं.
राज्य सरकार तो झूठे मुकदमे में फंसा ही रही है अपने नेता भी कुछ बोलना नहीं चाहते हैं. उन्हें डर रहता है कि कहीं उन्हें भी न फंसा दिया जाए. यहां तक कि लगातार आत्मसमर्पण करने की याचना की जाती है तब भी पुलिस प्रशासन रियायत नहीं बरतती और दुर्दांत अपराधी की तरह पीछे लगी रहती है. ऐसे में अपने संगठन से विशेष मदद नहीं मिलती. इसे बदलना होगा.
मैं गरीब का बेटा हूं और हमेशा गरीबों के लिए संघर्ष करता रहा हूं. मैं आगे भी करता रहूंगा. चाहे राज्य सरकार और जिला प्रशासन कितना भी दमन कर ले मैं झुकने वाला नहीं हूं. अपने भी तमाम कार्यकर्ताओं से कहता हूं कि जब भी जरूरत हो मुझे बुला ले. उन्होंने रामराज्य मंदिर में होने जा रहे महायज्ञ मे सभी को आमंत्रित करते हुए उन्होंने जय श्री राम का नारा इतनी जोर से लगाया कि पूरा हॉल गूंज उठा.
कार्यकर्ता जय जयकार कर उठे. इसके बाद सभी के भाषण फीके पड़ गए. सांसद पीएन सिंह ने तो कटाक्ष भी किया कि हम 2 घंटे से बैठे हैं तब जाकर मौका मिला है. ढुलू जी को आते ही मौका मिल गया और उन्होंने धूम मचा दी. हालांकि अनुभवी सांसद ने फिर भी अपने भाषण से कार्यकर्ताओं की वाहवाही लूटी और अपने चिर परिचित अंदाज में जब बाबूलाल ने बोलना शुरू किया तो सभागार मैं मंत्रमुग्ध होकर लोग उन्हें सुनते रहे.