रवि सिंह ब्यूरो चीफ
गोरखपुर:- गोरखपुर 11 वी वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के क्षेत्रीय प्रत्युत्तर केंद्र गोरखपुर ने 19 जनवरी को अपने 16 वें स्थापना दिवस के रूप में मनाया. राष्ट्रीय आपदा मोचन बलएनडीआरफ देश का एक विशेष बहु-कुशल बल हैं, जो 19 जनवरी, 2006 को अस्तित्व में आया था, जिसने आपदा मोचन अभियानों में मानव जीवन और राष्ट्रीय संपत्ति को बचाने में सराहनीय भूमिका निभाई हैं एनडीआरफ ने अपनी निस्वार्थ सेवा और आपदा प्रबंधन में बेजोड़ व्यावसायिकता के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा नाम और प्रसिद्धि अर्जित की है. एनडीआरएफ ने अपने 3100 ऑपरेशनों में एक लाख से अधिक लोगों की जान बचाई है और आपदा के दौरान 6.7 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला है. एनडीआरएफ के महानिदेशक श्री एसएन प्रधान ने इस अवसर पर एनडीआरएफ कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी बल कर्मियों के कड़ी मेहनत, ईमानदारी, समर्पण की प्रशंसा की और आपदा जोखिम को कम करने के प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने पिछले साल के दौरान आई आपदाओं में लोगों की जान बचाने में इसकी भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि एनडीआरएफ आपदा प्रबंधन में वर्षों से हमेशा सभी देशवासियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरा है और आने वाले समय में किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयारी हालात में है. एनडीआरएफ गोरखपुर इकाई के प्रभारी उप कमांडेंट पीएल शर्मा ने कहा कि एनडीआरएफ का गठन विभिन्न आपदाओं से निपटने और राहत बचाव कार्य के लिए किया गया है. बल के जवानों द्वारा समय-समय पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है. इस शुभ अवसर पर पौधरोपण, सैकरेस के साथ-साथ वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस दौरान एनडीआरफ जवानों ने एक रैली निकालकर कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान भी चलाया.
एनडीआरएफ जवानों ने नेपाल, जापान, जम्मू-कश्मीर बाढ़, उत्तराखंड त्रासदी, हुदहुद सिक्किम भूकम्प, कोसी बाढ़ एवं चेन्नई में बाढ़ के दौरान सराहनीय कार्य कर चुकी है. इस अवसर पर निरीक्षक डीपी चंद्रा, गोपी गुप्ता, पंकज कुमार सिंह, सहायकउप निरीक्षक संचार बसंत विश्वकर्मा, मुख्य आरक्षी प्रभाकर, एवं कैंपस के सभी जवान उपस्थित रहे.