नई दिल्ली:- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा की तरफ से उठाए गए कुछ सवालों का यह कहते हुए जवाब देने से इंकार कर दिया कि क्या वह ”हिंदुस्तान के प्रोफेसर” हैं. बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता को ”अध्ययन ना करने वाला छात्र” बताया जो जवाब ना दे पाने की स्थिति में बहानेबाजी करता है.
दरअसल, मंगलवार को राहुल गांधी की प्रस्तावित प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले नड्डा ने कांग्रेस नेता पर चीन, कृषि कानूनों और कोविड-19 के मुद्दों पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर राहुल से इन मुद्दों से संबंधित कई सवाल पूछे और उम्मीद जताई की राहुल गांधी अपनी प्रेस वार्ता में जवाब देने की ”हिम्मत” जुटाएंगे.
संवाददाता सम्मेलन में अपनी बात रखने के बाद पत्रकारों का सवाल लेने से पहले राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि उनकी यह प्रेस वार्ता किसानों के लिए है और भटकाने की कोशिश ना करें. नड्डा के आरोपों संबंधी एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ”भट्टा परसौल में नड्डा जी कहां थे? किसानों का कर्ज माफ करने की बात आई तो कांग्रेस खड़ी थी. भूमि अधिग्रहण कानून कांग्रेस लेकर आई. उस वक्त नड्डा जी कहां थे? नड्डा जी हैं कौन? क्या वह हिंदुस्तान के प्रोफेसर हैं कि उनकी हर बात का जवाब दूं. मैं हिंदुस्तान के लोगों और किसानों की बात का जवाब दूंगा.”
बीजेपी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जावड़ेकर ने कहा, ”प्रोफ़ेसर के सवाल के जवाब ऐसे छात्रों को नहीं आते तो वह बहाना बनाते हैं. क्लास में भी प्रोफेसर जब सवाल पूछते हैं… कुछ लोग हैं जो अध्ययन नहीं करते… उनको सवाल का जवाब नहीं आता… तो वह बहाने बनाते हैं. ऐसा हीं है. बहाना है.”
जावड़ेकर ने कहा कि बीजेपी देश की सबसे प्रमुख पार्टी जो कई राज्यों में सत्ता में है के अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा, ”एक सभ्यता होती है… राष्ट्रीय अध्यक्ष पूछ रहा है…राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहते हो तो उत्तर दो.”