वॉशिंगटन:- अमेरिका में शपथ ग्रहण से पहले जो बाइडेन प्रशासन ने कहा है कि चीन अमेरिका के लिए प्रभावी खतरा है, उसके प्रभाव को कम करने के लिए अमेरिकी सरकार को एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है. वहीं पाकिस्तान को लेकर कहा है कि उसने आतंकी सगठनों के खिलाफ कार्रवाही तो की है लेकिन वह आधी अधूरी है. अमेरिका के भावी रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने अमेरिकी सांसदों के सामने अपना मत रखते हुए कहा कि चीन उभरता हुआ खतरा है.
भावी रक्षा मंत्री ने कहा :
अमेरिका के भावी रक्षा मंत्री पूर्व जनरल लॉयड ऑस्टीन ने दुनिया भर में चीन के डराने-धमकाने वाले व्यवहार का उल्लेख करते हुए अमेरिकी सांसदों से कहा कि चीन पहले ही क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी ताकत है और मेरा मानना है कि उनका अब लक्ष्य नियंत्रणकारी विश्व शक्ति बनने का है.
उनके प्रयास नाकाम करने के लिए पूरी सरकार को एक साथ मिल कर विश्वसनीय तरीके से काम करने की जरूरत होगी. ऑस्टीन ने कहा कि चीन मौजूदा समय में प्रभावी खतरा है क्योंकि वह उभार पर है जबकि रूस खतरा है, लेकिन वह उतार पर है.
पाकिस्तान को चेतावनी :
जनरल ऑस्टीन ने कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया में सकारात्मक योगदान दिया है. पाकिस्तान ने भारत विरोधी आतंकवादी गुटों लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कदम उठाए हैं लेकिन ये अधूरे हैं. मैं अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान पर दबाव डालूंगा कि वह अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवादियों के शरणस्थली के रूप में न होने दे. होने वाले विदेश मंत्री ने कहा सीनेट की विदेश मामलों की समिति में अपनी नियुक्ति की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई में अमेरिका के भावी विदेश मंत्री एंथोनी ब्लिंकेन ने कहा – जब हम चीन को देखते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि एक राष्ट्र के तौर पर वह हमारे हितों, अमेरिकी लोगों के हितों के लिए सबसे अधिक चुनौती पेश कर रहा है. मौजूदा संबंधों में प्रतिकूल परिस्थितियां बढ़ रही हैं. ऐसे समय जब हम विचार कर रहे हैं कि चीन का सामना कैसे करें और मेरा मानना है कि यह समिति के कार्यों में प्रतिबिंबित होता है, हमें चीन का सामना मजबूती की स्थिति से करना है न कि कमजोरी की स्थिति से.