दिल्ली: बक्शी का तालाब एरिया में शिवपुरी रोड स्थित रणबाबा देवस्थान पर मंगलवार रात बदमाशों ने पुजारी फकीरे दास (80) की ईट-पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी. इसके बाद दानपात्र का ताला तोड़कर रुपये लूट लिए और परिसर में लगे 50-60 घंटे लूटकर भाग निकले. बुधवार सुबह घटना की जानकारी पर एडीजी, आईजी और एसपी ग्रामीण ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए. वहीं फॉरेंसिक टीम और डाग स्क्वायड ने घटनास्थल का निरीक्षण किया.
मंदिर के करीब ही रहते थे
ग्रामीणों के मुताबिक देव स्थान के पुजारी फकीरे दास सुलतानपुर के रहने वाले थे. वह करीब 10-12 साल से यहां रह रहे थे. बीच में करीब एक साल बाहर रहे थे. फकीरे दास देव स्थान पर पूजा करने के साथ ही देखरेख करते थे. यहीं पर बनी एक झोपड़ी में रहते थे. बुधवार सुबह रोजाना की तरह ग्रामीण देवस्थान पर पहुंचे तो वहां सारा सामान बिखरा पड़ा था. ग्रामीणों ने पुजारी को आवाज लगाई पर कोई उत्तर न मिला.इसके बाद झोपड़ी में पहुंचे. वहां, खून से लथपथ हालत में फकीरे दास का शव पड़ा था. पास में एक कुल्हाड़ी और खून से सनी ईट पड़ी थी. दानपात्र का ताला टूटा पड़ा था. सूचना पर इंस्पेक्टर बीकेटी, सीओ ह्रदेश कुमार कठेरिया, एसपी ग्रामीण ह्रदेश कुमार, आईजी लक्ष्मी सिंह, एडीजी एसएन साबत मौके पर पहुंचे.घटनास्थल का निरीक्षण किया.
फार्म हाउस की दीवार तक जाकर रुका स्निफर डॉग
मौके पर पहुंचे डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम ने पहुंच कर निरीक्षण किया. डॉग स्क्वायड घटनास्थल से कुबाछ दूर पर स्थित एक फार्म हाउस की दीवार तक गया. ग्रामीणों ने बताया कि देव स्थान पर करीब 50-60 घंटे लगे थे. जिनका वजन करीब ढाई कुंतल होगा. इसमें से 10-12 घंटे ही बचे हैं. बदमाश घंटे लूट ले गए हैं. इंस्पेक्टर ने बताया कि अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश में टीमें गठित की गई हैं. उन्होंने लूट की बात से इंकार किया है. बताया कि विवाद समेत कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है. बता दें, करीब एक साल पहले 10 फरवरी को यहां पर पुजारी अमरनाथ तिवारी की धारदार हथियार से गला काट कर हत्या कर दी गई थी. उस मामले में भी अबतक कोई पकड़ा नहीं गया.