रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार से बेहतर संबंध स्थापित करने की दिशा में अपने प्रयास तेज किए हैं. इस सिलसिले में वह चार दिनों के दिल्ली दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने झारखंड की सत्ता में अहम सहयोगी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं समेत कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की. इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री एक साथ कई मोर्चो पर काम कर रहे हैं.
कांग्रेस के शीर्षस्थ नेताओं से मुलाकात कर उन्होंने सहयोगी दल संग बेहतर संवाद कायम करने की कोशिश की है. यह इसलिए भी जरूरी था, क्योंकि पिछले कुछ महीनों से झारखंड में कांग्रेस के विधायकों के अलग-अलग सुरों से गलत संदेश जा रहा था. हेमंत सोरेन ने हाल ही में झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के साथ भी बातचीत की थी. आरपीएन सिंह ने विधायकों के साथ-साथ सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्रियों की तरफ से सरकार को हर मोर्चे पर सहयोग का भरोसा दिलाया.
इस प्रकार गठबंधन के अहम साथी के साथ मजबूत समन्वय स्थापित करने के साथ हेमंत सोरेन ने उन अटकलों पर भी विराम लगाया जिसमें प्रचारित किया जा रहा था कि भाजपा की मुहिम उनकी सरकार को अस्थिर करने की है. हेमंत सोरेन ने स्पष्ट कहा कि न उनकी सरकार को लेकर साथी दल के साथ कोई तनातनी न थी, न है और न ही भविष्य में होगी.
दरअसल हेमंत सोरेन के दौरे का बड़ा मकसद केंद्र सरकार के साथ रिश्तों में गर्मजोशी भरना भी था. इसमें वह कामयाब होते भी दिख रहे हैं. यह भी महज संयोग ही है कि दिल्ली दौरे के पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान से हेमंत सोरेन की रांची में मुलाकात हुई थी. पेट्रोलियम मंत्रलय के कई अहम प्रोजेक्ट झारखंड में चल रहे हैं. इससे राज्य के विकास को गति मिलेगी.
केंद्रीय मंत्री ने हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया तो हेमंत सोरेन ने भी सहृदयता दिखाई. हेमंत ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर राज्य हित से जुड़े मसलों को उठाया. केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के क्रम में दोनों ओर से गर्मजोशी दिखाई दी, जो हमारे मजबूत संघीय ढांचे की पहचान है.