कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार को यहां एक रैली निकाली. श्याम बाजार में टीएमसी कार्यकर्ताओं समेत अन्य लोगों ने शंखनाद की ध्वनि के साथ रोड शो की शुरुआत की. रैली के बाद ममता बनर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में चार रोटेटिंग राजधानियां होनी चाहिए. अंग्रेजों ने कोलकाता में रहते हुए पूरे देश में राज किया था. देश में सिर्फ एक राजधानी ही क्यों रहे?
ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज में हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई हर समुदाय के लोग थे. उनके विचार भारत को संगठित रखने के थे, बांटने के नहीं. अंग्रेजों ने बांटो और राज करो की नीति अपनाई थी. ‘बीजेपी लोगों को बांटना चाहती है. मेरी लड़ाई देश के लिए है. ममता ने कहा कि केंद्र सरकार ने अबतक 23 जनवरी के दिन को सार्वजनिक अवकाश के तौर पर घोषित नहीं किया है. मैं मांग करती हूं कि इसे तुरंत किया जाना चाहिए.
ममता बनर्जी ने कहा कि नेताजी के जन्मदिवस की तारीख तो पता है लेकिन हमें अबतक ये नहीं पता है कि अंत में उनके साथ क्या हुआ और कहां हैं. हमें पूरा विश्वास है कि उनकी लड़ाई के चलते उन्हें हटाया गया. आज हम देख रहे हैं कि योजना आयोग को हट दिया गया है और नीति आयोग बनाया गया है जबकि योजना आयोग नेताजी सुभाष चंद्र बोस का आइडिया था. हम मांग करते हैं कि इसे फिर से योजना आयोग बनाया जाए.