नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सत्ताधारी टीएमसी और बीजेपी में जोर-आजमाइश तेज हो गई है. इसी कड़ी में जब शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में ममता ने नाराजगी प्रकट तो राजनीति भी तेज हो गई है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता राज्य के अल्पसंख्यकों को तुष्टिकरण करने के चलते ही जय श्री राम के नारे से नाराज हो गई.
उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय परंपरा में कुशल-क्षेम जानने के लिये भी लोग एक-दूसरे से मिलने पर जय श्री राम बोलते है,इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिये. दरअसल यह विवाद तब बढ़ा जब पीएऐम नरेंद्र मोदी, राज्यपाल जगदीश धनकड और सीएम ममता बनर्जी नेताजी के जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित थे. तभी दर्शकों में से कुछ ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाये. जिससे मंच पर आसीन ममता नाराज हो गई.
उन्होंने इस नारेबाजी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है. किसी एक दल का यह मंच नहीं है. ऐसे में गरिमा का पालन किया जाना आवश्यक है. उन्होंने अपना विरोध जताते हुए भाषण देने से भी मना कर दिया.