काठमांडूः नेपाल ने भारत से 10 लाख कोरोना वैक्सीन डोज का तोहफा मिलने के बाद बुधवार को देश में वैक्सीनेशन शुरू कर दी. पहले चरण में यहां स्वास्थ्य कर्मियों सहित सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जा रही है. कोरोना वैक्सीन का यह तोहफा मिलने के बाद भारत विरोधी गतिविधियों की वजह से चर्चा में रहने वाले नेपाली प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के सुर भी बदले नजर आ रहे हैं.उन्होंने इस तोहफे के लिए भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. बता दें कि चीन के इशारे पर भारत के खिलाफ एक्शन लेने वाले ओली को ड्रैगन ने वैक्सीन के मामले में ठेंगा दिखा दिया है और नेपाल को वहां से एक डोज भी नहीं भेजा गया है.
ओली ने कहा कि कोरोना वैक्सीन देने के लिए मैं पड़ोसी भारत सरकार, भारत के लोगों और विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद और आभार प्रकट करता हूं. उन्होंने भारत में वैक्सीनेशन शुरू होने के एक सप्ताह के भीतर ही हमें उपहार में 10 लाख डोज भेजा है.” ओली ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीकाकरण अभियान का उद्घाटन किया. करीब 3 करोड़ की आबादी वाले देश में अब तक 2 लाख 70 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 2 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई.अधिकारियों के मुताबिक नेपाल में करीब 4 लाख 30 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, जिनमें स्वास्थ्यकर्मी, अस्पतालों में काम करने वाले अन्य कर्मचारी, सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी, सुरक्षाकर्मी, सफाई कर्मचारी, वृद्धाश्रमों में रह रहे बुजुर्ग शामिल हैं. देशभर के सभी 65 जिलों में टीकाकरण शुरू किया गया है. पिछले सप्ताह ही भारत ने नेपाल को कोरोना टीके के 10 लाख डोज उपलब्ध कराए हैं. ये टीके ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से तैयार किए गए हैं.