कोल्हान प्रमंडल के उद्यमी, चैंबर ऑफ कॉमर्स, बिल्डर ,प्रबुद्धगण व निवेशकों की शिरकत
जमशेदपुर:- रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्वावधान में एक्सएलआरआईसभागार में आज इन्वेस्टर्स मीट-2021 का आयोजन किया गया . इन्वेस्टर्स मीट में पूरे कोल्हान प्रमंडल के उद्यमी, चैंबर ऑफ कॉमर्स, बिल्डर एसोसिएशन तथा प्रमंडल क्षेत्र के अन्य प्रबुद्धगण ने शिरकत किया तथा स्मार्ट सिटी की विशेषता, निवेश के अवसर को जाना साथ ही अपने सुझाव भी रांची स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सीईओ के समक्ष रखा . रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि झारखंड के निवेशकों के लिए स्मार्ट सिटी में आवासीय, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, होटल, व्यावसायिक क्षेत्र में निवेश का सुनहरा अवसर है .
स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक राकेश कुमार नंदकुलयार ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से रांची स्मार्ट सिटी योजना की पूरी जानकारी निवेशकों के समक्ष रखा तथा सभी तकनीकी एवं अन्य पहलुओं से अवगत कराया . उन्होने बताया कि किसी भी प्लॉट से 400 मीटर की दूरी के अंदर ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध होगा .
उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम तथा पूरे कोल्हान प्रमंडल के निवेशकों में काफी क्षमता है तथा राज्य के निवेशक होने के नाते रांची स्मार्ट सिटी के विकास में आपका सहयोग एवं सुझाव भी अपेक्षित है . माननीय मुख्यमंत्री की परिकल्पना से ऐसे स्मार्ट सिटी निर्माण का संकल्प है जो संपूर्ण भारत के लिए मॉडल होगा . राज्य सरकार रांची स्मार्ट सिटी को आधुनिक शिक्षा का केंद्र बना रही है . उन्होने कहा कि जिस प्रकार देश में बड़े-बड़े महानगर विकसित हुए हैं तो हम सभी सोचते थे कि झारखंड राज्य में भी क्षमता है, यहां महानगर के तौर पर विकास क्यों नहीं हो . हम सभी के लिए गौरव का क्षण है कि आज हमारे राज्य में भी स्मार्ट सिटी को धरातल पर उतारा जा रहा है .
सीईओ, रांची स्मार्ट सिटी कॉर्पेरेशन लिमिटेड अमित कुमार ने कहा कि स्ंमार्ट सिटी के विकास की परिकल्पना धरातल पर उतरने लगी है . उन्होने स्मार्ट सिटी की विशेषता बताते हुए कहा कि इसे नॉलेज हब के रूप में विकसित किया जा रहा है जहां विश्व के टॉप हंड्रेड यूनिवर्सिटी का कोई भी एक विश्वविद्यालय अगर दिलचस्पी दिखाता है तो उसे 1 के टोकन मनी में 25 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाएगी . कुल दो विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय के लिए जमीन चिन्हित की गई है . वहीं शैक्षणिक क्षेत्र के लिए चिन्हित प्लॉट्स पर ऑक्शन करेंगे तो उनका कीमत आवासीय क्षेत्र की तुलना में एक तिहाई रखा गया है . स्मार्ट सिटी ट्रांजिट ओरिएंटेड शहर के रूप में विकसित होगा . रांची स्मार्ट सिटी हर निवेशक को तकनीकी सहयोग के लिए तत्पर है .
लगभग 650 एकड़ जमीन पर बस रही ग्रीन फील्ड स्मार्ट सिटी का 37प्रतिशत क्षेत्र ओपन स्पेस के रूप में रहेगा. यहां पर रोड, ड्रेनेज, सीवरेज, पार्क और पौधारोपण होगा. बाकी बची जमीन को अलग-अलग क्षेत्र जैसे शैक्षणिक, आवासीय व्यावसायिक, होटल उद्योग, हॉस्पिटल इत्यादि के लिए चिन्हित किया गया है. निर्बाध जलापूर्ति के लिए 12 एमएलडी वॉटर सप्लाई का डेडीकेटेड पाइपलाइन, वॉटर रिजर्वायर और धुर्वा डैम में स्थित वाटर फिल्टर सेंटर में एक अतिरिक्त फिल्टर बेड का निर्माण कराया गया है. नई शहर की सड़कें 9 मीटर से लेकर 45 मीटर तक चौड़ी होंगी. इलाके से गुजरने वाली दो नदियों के संरक्षण के लिए रिवर फ्रंट डेवलपमेंट की योजना पर काम चल रहा है. जल संरक्षण के लिहाज से सभी बिल्डिंग में वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा अनिवार्य होगी. इसके साथ ही घर से निकलने वाले ड्रेन वाटर के ट्रीटमेंट की व्यवस्था की गई है .
इस क्षेत्र के विकास में अब निर्माण कंपनियों की भूमिका अहम होगी. निर्माण कंपनियों के लिए भी यह एक सुनहरा अवसर है. वैसी कंपनी या डेवलपर्स जो रियल एस्टेट, शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, मॉल, होटल इत्यादि विकसित करना चाहते हैं और वह रांची स्मार्ट सिटी द्वारा शुरू किए गए ऑक्शन प्रक्रिया में भाग लेने की अर्हता रखते हैं तो वह ऑनलाइन ऑक्शन प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं . ऑक्शन की प्रक्रिया पूरी तरह कॉन्टैक्टलेस बनाई गई है. ई ऑक्शन की पूरी जानकारी रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर उपलब्ध है . इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम नीतीश कुमार सिंह, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नन्दकिशोर लाल, निदेशक डीआरडीए सौरव कुमार सिन्हा, कार्यपालक पदाधिकारी जुगसलाई नगर परिषद जगदीश यादव, विशेष पदाधिकारी जमशेदपुर अक्षेस कृष्ण कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी मानगो नगर निगम दीपक सहाय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार तथा अन्य उपस्थित थे .