रांची: झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने कहा है कि महात्मा गांधी विधाता की श्रेष्ठ कृतियों में एक थे. वे समदृष्टि सम्पन्न प्रज्ञावान महामानव थे. आज के समय में महात्मा गांधी के सिद्धांत और दर्शन और भी प्रासंगिक हो गए है. आज पूरा विश्व गांधी के दर्शन को आत्मसात कर रहा है.
शुक्ल जो अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति के राष्ट्रीय महामंत्री भी है ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्य तिथि पर अपने आवास पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद आज मध्य प्रदेश बार कौंसिल द्वारा आयोजित महात्मा गांधी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में वर्चुअल रूप से भाग लेकर संगोष्ठी का शुभारंभ किया.
इस अवसर पर शुक्ल ने कहा कि आज पूरी दुनिया मे वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप है इसके अलावे बाहरी और आंतरिक चुनौतियों का सामना प्रायः सभी देश कर रहे है ऐसे में राष्ट्रपिता के बताए मार्ग हमे याद आते है, उनके मूल्यों की याद आती है. गांधी के विचार हमारे मार्ग प्रशस्त करते है. उन्होने हमें व्यवहारिक जीवन में रहने तथा उससे जुड़ी आधारभूत बातें बताई जो हमारे आज मार्ग प्रशस्त कर रहे है.
उन्होंने युवा अधिवक्ताओं और विधि छात्रों से बापू के बताये मार्ग पर चलने तथा उनके जीवन दर्शन को अपने अंदर आत्मसात करने की अपील करते हुए कहा कि गांधी आज भी हमारे अंदर जिन्दा है जरूरत है उनके जीवन दर्शन को समझने और उनपर चलने की ताकि समाज में व्याप्त चुनौतियों का सामना किया जा सके.
संगोष्ठी की अध्यक्षता मध्यप्रदेश बार कौंसिल के पूर्व चेयरमैन शिवेंद्र नारायण उपाध्याय ने की तथा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. संगोष्ठी को बिहार स्टेट बार कौंसिल के उपाध्यक्ष धर्मनाथ प्रसाद यादव, उत्तर प्रदेश बार कौंसिल के चेयरमैन जानकी शरण पांडेय, दिल्ली बार कौंसिल के चेयरमैन के सी मित्तल ने संबोधित किया तथा महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला.