नई दिल्ली: वीवीआइपी हेलीकाप्टर घोटाले से जुड़े 3,600 करोड़ रुपये से अधिक के मनी लांड्रिंग मामले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उद्यमी अनूप कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
गुप्ता केआरबीएल लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं जो इंडिया गेट बासमती राइस की बिक्री करती है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत विशेष अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया.
ईडी सूत्रों ने बताया कि गुप्ता को अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआइपी हेलीकाप्टर मामले में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. इस मामले में ईडी द्वारा एकत्रित कुछ नए साक्ष्यों की रोशनी में उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी थी जो गुप्ता द्वारा नियंत्रित कंपनी को सौदे के लिए रिश्वत के भुगतान से संबंधित हैं.
एजेंसी ने अपनी रिमांड एप्लीकेशन में कहा है कि विभिन्न राजनीतिक व्यक्तियों, नौकरशाहों और वायुसेना अधिकारियों को करीब सात करोड़ यूरो की रिश्वत पहुंचाने के लिए दो स्त्रोतों का इस्तेमाल किया था. आइडीएस इंफारमेशन टेक्नोलाजी एंड इंजीनियरिंग सर्ल, ट्यूनीशिया को अगस्ता वेस्टलैंड से 2.44 करोड़ यूरो मिले थे जिसमें से करीब 1.24 करोड़ यूरो को फिर इंटरस्टीलर टेक्नोलाजी लिमिटेड, मारीशस को ट्रांसफर कर दिया गया था.
बता दें कि अगस्ता वेस्टलैंड इटली की कंपनी फिनमैकेनिका की ब्रिटिश सब्सिडियरी है. उसके साथ 12 वीवीआइपी हेलीकाप्टरों की खरीद का समझौता किया गया था जो अब रद किया जा चुका है. अनियमितता के आरोपों के बाद ईडी ने इस मामले में मनी लांड्रिंग के आरोप लगाए थे. भारत ने 2014 में यह सौदा रद कर दिया था.