बालाघाट: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया है. नक्सलियों ने यहां लांजी थाने के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क में इस्तेमाल हो रहे वाहनों को बम से उड़ा दिया है.
इसके अलावा देवबरेली और मलकुआं के बीच निर्माण कार्य में लगे एक ट्रक और 2 ट्रैक्टरों में आग लगा दी है. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है. घटना स्थल पर जांच का काम जारी है.
इस घटना के बारें में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि इस वारदात को तकरीबन 10-12 नक्सलियों ने मिलकर अंजाम दिया है. लांजी थाने के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क का काम चल रहा है.
रायपुर के ठेकेदार को सड़क बनाने का काम सौंपा गया है. अभी तक जितनी जानकारी मिल पाई है उसके मुताबिक नक्सलियों ने सबसे पहले मौके पर काम कर रहे मजदूरों को वहां से भगाया फिर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी कर दिया गया है.
इस घटना के बाद से पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को नक्सलियों की तलाश में भेजा गया है. तलाशी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं.
पुलिस को शक है कि सड़क निर्माण में लगे वाहनों को जलाए जाने की घटना में टांडा और मलाजखंड दलम का हाथ हो सकता है. बता दें कि जिस इलाके में सड़क निर्माण का काम चल रहा है. वहां पिछले कई महीनों से नक्सली सक्रिय हैं. उन्होंने इसके पहले भी इस इलाके में दहशत फैलाने का काम किया था.
बताया जा रहा है कि बालाघाट में पिछले साल 12 दिसंबर को एनकाउंटर में पुलिस ने दो खूंखार महिला नक्सलियों शोभा और सावित्री को मार गिराया था.
दोनों महिला नक्सलियों पर सरकार ने 3-3 लाख का इनाम रखा हुआ था. एनकाउंटर में मारी गई दोनों महिला नक्सली मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सक्रिय थीं.
पुलिस ने मारी गई नक्सलियों के पास से इंसास राइफल, 12 बोर की बंदूक जैसे अत्याधुनिक हथियार और अन्य सामान भी बरामद किया था. दोनों महिला नक्सली गढ़चरौली मलाजखंड एरिया कमेटी से जुड़ी हुई थीं. दोनों पिछले
15 साल से नक्सल दलम से जुड़ी हुई थीं. इन पर सुरक्षाबलों पर हमले, हत्या और लूट जैसे के दर्ज थे.
सूत्रों की मानें तो उनकी मौत से नक्सली बेहद गुस्से में हैं. उन्होंने दहशत फ़ैलाने के लिए आगजनी जैसी घटना को अंजाम दिया है.