रांची: पद्मश्री सम्मान से सम्मानित सरायकेला की छुटनी देवी को माही केयर फाउंडेशन ने सम्मानित किया. इस मौके पर छुटनी देवी ने बताया कि डायन करार कर मुझे घर से बाहर कर दिया गया था. जिसके बाद पेड़ के नीचे न जाने कितनी रातें गुजारनी पड़ी.
उन्होंने कहा कि फिर मैनें बीड़ा उठाया डायन प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने का और आज न जाने कितनी महिलाओं को इस प्रथा से निजात दिलाने में मुझे सफलता मिली है. वे झारखंड की महिलाओं को संदेश देती हैं कि ” झुको नहीं लड़ो जीत तुम्हारी हीं होगी”.
संस्था के निदेशक आशीष रंजन ने कहा कि महिलाएं प्रताड़ित की जाती हैं और सहती रहती हैं और जो इस प्रताड़ना को ताकत बना लेती हैं वही छुटनी देवी जैसी समाज सुधारक बन जाती हैं.
उन्होंने कहा आज डायन प्रथा एक अभिशाप है जिसमें पिसकर न जानें कितनी महिलाओं का जीवन नर्क बन चुका है. मौके पर संजना कुमारी, संजय पाल, सीमा अधिकारी, रीतेश कुमार एवं अन्य माही की टीम उपस्थित रहीं.