खास बातें:-
👉 रांची के मेदांता हॉस्पिटल में 1 फरवरी को लगा था कोविशील्ड का टीका, जांच में जुटा हेल्थ विभाग
👉 अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनकी मौत अस्पताल आने से पहले हो चुकी थी
रांचीः रांची में टीका लगने के दो दिन बाद एक 45 वर्षीय सफाईकर्मी के मौत का मामला सामने आ रहा है. रांची के मेदांता हॉस्पिटल के इंडोस्कोपी डिपार्टमेंट सफाई का काम करने वले मन्नू पाहन को 1 फरवरी को टीका लगा था. 2 फरवरी की देर रात उनकी तबियत अचानक बिगड़ी. तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनकी मौत अस्पताल आने से पहले हो चुकी थी. हालांकि ये मौत टीका के कारण हुआ है या किसी अन्य कारण से इसके बारे में फिलहाल अस्पताल प्रबंधन कुछ भी बोलने से बच रहा है.
फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम मेडिका में जांच में जुट गई है.
1 फरवरी को हॉस्पिटल के 151 लोगों को लगा था टीका
मेडिका अस्पताल प्रबंधन के डॉ. मुख्तार ने बताया कि 1 फरवरी को हॉस्पिटल के 151 हेल्थ वर्कर्स को टीका लगा था. जिस वॉल से मन्नू पाहन को टीका लगा था उससे 10 और लोगों को टीका लगाया गया था, लेकिन किन्हीं को किसी प्रकार की कोई परेशानी अभी तक नहीं हुई है.
टीका लगने के बाद लगातार किए हैं काम
अस्पताल के पीआरओ जावेद ने बताया कि टीका लगने के आधे घंटे के बाद मन्नू पाहन काम पर लौट आए थे. दो दिनों तक काम भी किए थे. अचानक मंगलवार की देर रात जब अस्पताल लाया गया तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
रांची शहर से सटे ओरमांझी प्रखंड के कोयिलारी गांव का रहने वाले मन्नू पाहन को पहले से कोई बीमारी थी इसकी सूचना किसी के पास नहीं है.
सबसे ज्यादा रिएक्शन की शिकायत रांची में
हेल्थ विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, रांची में मंगलवार तक 48057 हेल्थ वर्कर्स को लग चुका है. इनमें किसी प्रकार मेजर रिएक्शन देखने को नहीं मिला है. थोड़ी देर के लिए बीपी बढ़ना और थोड़ी देर के लिए दर्द की शिकायत मिली है.
स्वास्थय विभाग के आंकड़ों की मानें तो मामूली पेन और बीपी बढ़ने की जितनी भी शिकायतें आई हैं उनमें 75 फीसदी रांची के ही हैं.