गिरिडीह: कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति चरमराई है, वहीं इसके उलट नक्सलियों का अर्थतंत्र मजबूत हुआ है. इस बात का खुलासा झारखंड के गिरिडीह में गिरफ्तार दो नक्सलियों से पूछताछ में हुआ.
गिरिडीह के पीरटांड़ से गिरफ्तार नक्सली टेकलाल किस्कू एवं दानियल हेंब्रम ने पुलिस को पूछताछ में यह बताया कि कोरोना काल में सिर्फ पारसनाथ जोन के माओवादी कमांडर कृष्णा हांसदा ने 50 लाख रुपये की लेवी वसूल की है.
दोनों के इस कबूलनामे को पुलिस ने अदालत को सौंपा दिया. टेकलाल एक करोड़ के इनामी नक्सली पतिराम मांझी उर्फ अनल दा का दामाद है.
टेकलाल ने पुलिस को जानकारी दी है कि नरमगोड़ा से लुसियो तक सड़क बना रहे ठेकेदार से चार लाख, डुमरी में कॉलेज बना रहे ठेकेदार से दो लाख रुपये लेवी वसूले गए.
धनबाद के टुंडी के सर्रा में प्रत्येक बालू घाट से पांच-पांच हजार रुपये महीने लेवी की वसूली हुई. भारती चलकरी और बिशनपुर में सड़क निर्माण करा रहे ठेकेदार से नवंबर-दिसंबर में लेवी पर सहमति बन गई थी.
उसने यह भी बताया कि कॉलेज निर्माण करने वाले ठेकेदार ने लेवी की पूरी रकम नहीं दी. इसलिए नक्सली दस्ते ने उसकी मशीनों को जला दिया. यह भी बताया कि पीरटांड़ के तन्नू-मन्नू नामक दो ठेकेदार भाई संगठन को मदद करते हैं. टेकलाल खुद हथियार लेकर नहीं चलता है. वह दस्ते के बाहर रहकर कृष्णा हांसदा के आदेश पर लेवी वसूलता है. दस्ते को जरूरत के संसाधन उपलब्ध कराता है.
दानियल और टेकलाल ने पुलिस के सामने एक और राज खोला. बताया कि करीब एक साल पहले नक्सली किशोर चंद किस्कू उर्फ तूफान दा को गिरफ्तार किया गया था. वह बाहर से संगठन की मदद करता था. बीमार हुआ तो जेल से रिम्स भेजा गया. वहां उसकी मौत हो गई. जब उसका शव परिवारवालों को देने पुलिस मांझीडीह उसके गांव पहुंची तो भीड़ भड़क उठी. भीड़ को कृष्णा के इशारे पर उसके लोगों ने उकसाया था.
गिरफ्तार नक्सलियों के मुताबिक इनदिनों गिरिडीह जिले में एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा के अलावा 25 लाख का इनामी अजय महतो, मिथिलेश महतो, 15 लाख का इनामी कृष्णा हांसदा और दस लाख का इनामी नक्सली रामदयाल काफी सक्रिय हैं.