धनबादः लोडेड पिस्टल के साथ गिरफ्तार विश्वजीत चक्रवर्ती उर्फ बिशु चर्चित अपराधी अमन सिंह के सम्पर्क में था. उसके खिलाफ बाघमारा मधुबन और बरोरा थाना में पन्द्रह संज्ञेय मामले दर्ज है. यह बातें डीएसपी निशा मुर्मू रविवार को सिजुवा स्थित अपने आवासीय कार्यालय में पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि खुद विश्वजीत ने अमन के सम्पर्क में रहने की बात स्वीकारी है. वह पूर्व में कई बार जेल यात्रा भी कर चुका है. शनिवार को दंडाधिकारी सुनील प्रजापति की मौजूदगी और डीएसपी निशा मुर्मू के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मधुबन थाना क्षेत्र के बुदौरा आवासीय कालोनी स्थित आवास से विश्वजीत को गिरफ्तार किया था. उसके पास से एक पिस्तौल और छह कारतूस बरामद किया था. डीएसपी ने कहा कि विश्वाजीत अपने स्वीकारोक्ति में विश्वजीत ने 16 सहयोगियों का नाम गिनाया है, जिसमे गुड्डू यादव, कारू यादव, छोटू सिंह, राकी मोदक, दिलीप यादव, बजरंगी पासवान, राहुल पासवान, दीपक चौहान, राजेश यादव, मोहन यादव, चंडी गयाली, शेख डब्ल्यू, शेख जहांगीर, प्रकाश यादव, प्रदीप यादव शामिल है. इन लोगों के बारे में जांच पड़ताल किया जा रहा है. साक्ष्य के आधार पर आगे की करवाई सुनिश्चित की जाएगी. इसके खिलाफ मधुबन थाना में 7 बाघमारा थाना में 5 और बरोरा में दो मामले विश्वजीत का नाम आया है. पिस्तौल और 6 कारतूस की बरामदगी को लेकर मधुबन थाना की पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस उसे कोर्ट में हाजिर करेगी. उक्त मामलों में से दो मामला ब्लॉक दो ओसीपी से स्क्रेप का उठाब करने वाली कंपनी से रंगदारी को लेकर वहां गोलीबारी से संबंधित है. इनमे 9 मामले भादवि की अन्य धारावों के अलावा आग्नेयास्त्र अधिनियम से संवंधित है.
डीएसपी मुर्मू ने बताया कि विश्वजीत की बहुत पहले से तलाश थी. उसकी गिरफ्तारी के लिए गठित छापामारी टीम में इंस्पेक्टर रामप्यारे राम, मधुबन थानेदार सोनू चौधरी, बाघमारा थाना के अवर निरीक्षक मानस कुमार, सअनि परबीन बानो के अलावा मधुबन बरोरा बाघमारा व कतरास की पुलिस शामिल थी. डीएसपी ने कहा कि टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों को रिवार्ड देने के लिए अनुशंसित किया जाएगा.