नई दिल्लीः मुंबई के 74 वर्षीय ऑटो चालक देशराज की मदद के लिए देशभर से लोग आगे आए हैं. कुछ दोनों पहले पता चला था कि अपने बेटों के मर जाने के बाद देश अपनी पोतियों को पढ़ाने और परिवार चलाने के लिए ऑटो चलाते हैं मगर इसके बावजूद भी वह उनका खर्चा नहीं उठा पा रहे थे. उन्होंने अपनी पोतियों को पढ़ाने के लिए अपने घर तक को बेच दिया था. ऐसे में उनकी कहानी जानने के बाद बड़ी संख्या में लोग सामने आए हैं और क्राउडफंडिंग के सहारे उनको 24 लाख का चेक दिया है. हालांकि उनके लिए क्राउडफंडिंग की सीमा 20 लाख रखी गई थी मगर लोगों के प्यार कि वजह से यह समय से पहले ही 24 लाख हो गई.
बता दें देशराज की कहानी लोगों के सामने पीपुल्स ऑफ मुंबई नाम के एक पेज के सहारे सामने आई. थोड़े ही समय में देशराज की कहानी को लोग पंसद करने लगे और देखते ही देखते उनकी कहानी वायरल हो गई. अभी देशराज को क्राउडफंडिंग के माध्यम से मिला पैसे के चेक को उन्हें दे दिया गया है. इस बार उनके चेहरे पर एक मुस्कान और वह भी आनंद के साथ बता रहे हैं कि अब उनकी भी पार्टी हो रही है.
बता दें देशराज के बेटों के मर जाने के बाद वह अकेले सात लोगों के परिवार को पालते हैं. वह दिन भर मुंबई जैसे शहर में रिक्शा चलाते हैं. वहीं अपनी पोतियों को भी पढ़ा रहे थे. उनकी एक पोती अध्यापक बनना चाहती है. अभी हाल में उनकी पत्नी की तबियत खराब हो जाने के बाद देशराज के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई और उन्हें पत्नी के इलाज और पोतियों को पढ़ाने का खर्च उठाने के लिए अपना घर तक बेचना पड़ा. मगर अब देशराज को इस समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा.
देशराज की कहानी सामने आने के बाद बड़ी-बड़ी हस्तियों ने उनकी मदद की है और उनकी हिम्मत को सलाम किया है. जिसके बाद की गई क्राउडफंडिंग ने एक बार एक बुर्जुग के चेहरे को खुश कर दिया है. अब देशराज खुश होकर एक वीडियो बनाई है. जिसमें वह कह रहे हैं. ‘यह मैं हूं, देशराज, ये मेरा ऑटों है और यहां हमारी पार्टी हो रही है. देशराज की यह वीडियो चेक मिलने के बाद की खुशी जाहिर कर रही है.