नई दिल्लीः दादरा नगर हवेली के सांसद मोहनभाई डेलकर की मौत की वजह का पता लगाने के लिए मुंबई पुलिस सुसाइड नोट का विश्लेषण कर रही है. माना जा रहा है कि गुजराती में लिखे 15 पन्नों के सुसाइड नोट से ही मोहन डेलकर की मौत का राज खुल सकता है. मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह ने कहा है कि यदि डेलकर की आत्महत्या मामले में किसी के खिलाफ सबूत सामने आता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंगलवार को सर जेजे अस्पताल में मोहन डेलकर के शव का पोस्टमार्टम किया गया. जिसमें पंखे से लटकने के कारण सांस थमने से मौत की वजह सामने आई है. पुलिस ने पोस्टमार्टम की औपचारिकता पूरी करने के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया है. सिलवासा में मोहन डेलकर का अंतिम संस्कार किया जाएगा. मुंबई पुलिस के प्रवक्ता व डीसीपी एस चैतन्य ने कहा कि मोहन डेलकर आत्महत्या मामले में अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. मामले की जांच जारी है. सांसद डेलकर सोमवार को दक्षिण मुंबई स्थित सी ग्रीन होटल के एक कमरे में मृत पाए गए थे. रविवार को ही उन्होंने होटल में कमरा बुक कराया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार डेलकर ने अपने सुसाइड नोट में कुछ बड़े लोगों और अफसरों का नाम है लेकिन पुलिस ने इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया है. मुंबई पुलिस ने सांसद मोहन डेलकर के गुजराती में लिखे गए 15 पेज के सुसाइड नोट को समझने के लिए सिलवासा से एक विशेषज्ञ को बुलाया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार डेलकर ने सुसाइड नोट अधिकारिक लेटरपैड पर लिखा है, लेकिन किसी को संबोधित कर नहीं लिखा गया है. सुसाइड नोट का अनुवाद भी कराया गया है. सुसाइड नोट में कई जगह अन्याय, बेइज्जती और भेदभाव की ओर इशारा किया गया है. पुलिस यह भी जांच करा रही है कि क्या सुसाइड नोट डेलकर ने ही लिखा है. इसके लिए हैंड राइटिंग विशेषज्ञ का सहारा लिया जाएगा.इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने सांसद मोहन डेलकर आत्महत्या मामले में भाजपा की भूमिका की जांच की मांग की है. सावंत ने कहा कि जल्द ही वह गृहमंत्री अनिल देशमुख से मिलेंगे और इस मामले में भाजपा की भूमिका की जांच कराने की मांग करेंगे.