नई दिल्लीः देश भर में पेट्रोल- डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शांतिकांत दास ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल पर इनडाइरेक्ट टैक्स को कम करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया. दास ने कहा “टैक्स को कम करने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच समन्वित कार्रवाई (coordinated action) की आवश्यकता है, क्योंकि दोनों ने इनडाइरेक्ट टैक्स लगाए हैं.” दास ने कहा ”पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों का असर लागत पर होता है. इसका असर सिर्फ यात्रियों पर ही नहीं होता जो कार और बाइक चलाते हैं, इसका असर कई क्षेत्रों पर होता है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा “मुझे यकीन है कि राज्य और केंद्र सरकार समन्वित तरीके से सकारात्मक निर्णय लेंगे.” दास ने पिछले सप्ताह भी पेट्रोल और डीजल पर अप्रत्यक्ष करों को कम करके ईंधन की कीमतों को उचित स्तर पर रखने के लिए कहा था. बीते दो दिनों से तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं की है.
मंगलवार को आखिरी बार पेट्रोल- डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी. जब पेट्रोल की दर में 25 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी और डीजल की दरों में 35 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी. कीमतों में इस बढ़ोतरी ने दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 90.83 प्रति लीटर कर दी. डीजल की दर बढ़कर 81.32 लीटर हो गई. मुंबई में वर्तमान में पेट्रोल की कीमत 97.34 रुपये है, जबकि डीजल 88.44 पर खुदरा बिक्री कर रहा है.
घरेलू गैस सिलेंडर के दाम(LPG Cylinder Price) एक बार फिर बढ़ा दिए गए हैं. फरवरी महीने में LPG सिलेंडर के दाम में तीसरी बार इजाफा किया गया है. IOC ने फरवरी में 14.2 किलो वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम तीसरी बार बढ़ाने के बाद 794 रुपये कर दिए हैं. इससे पहले फरवरी महीने में 4 तारीख और 14 तारीख को इसके दाम बढ़ाए गए थे.
बता दें कि पिछले साल दिसंबर के बाद से रसोई गैस की कीमतों में कई बार बढ़ोतरी की जा चुकी है. दिसंबर महीने में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में दो बार बढ़ोतरी हुई थी. सबसे पहले 1 दिसंबर को रसोई गैस का रेट 50 रुपये बढ़ाकर 594 रुपये से 644 कर दिया गया था. इसके बाद 15 दिसंबर को इसका रेट 50 रुपये और बढ़ाकर 694 रुपये कर दिया गया था.