हजारीबाग: झारखण्ड के हजारीबाग जिले की बहुचर्चित बलवाही नदी अपनी किस्मत पर आंसू बहा रही है. झारखंड सरकार के पहल पर शहर के कई जगहों में बरसात को देखते हुए अतिक्रमण अभियान चलाया गया. जिसमें कई जगहों पर नाले ,नदियां और सड़कों पर अतिक्रमण करा कर चौड़ीकरण करवाया गया. लेकिन कुम्हरटोली के गोंदा डैम से निकली बलवाही नदी भू माफियाओं के आगे अपनी किस्मत पर आंसू बहा रही है.
बताया जा रहा है कि कुम्हरटोली के पारनाल्ला से होते हुए चिरगांव तक 55 फीट और 60 फीट चौड़ाई से गुजरती थी जो अब महज़ 25 फीट और 20 फीट में तब्दील हो गई है.
वही इस संबंध में मोहल्ला के कई लोगों ने कहा कि इस नदी से आसपास के खेतों में सिंचाई होती थी . साथ ही कूदरेवाली का शमसान घाट भी है. लेकिन अब पानी नहीं रहने की वजह से शमसान घाट जाने वाले लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. बताया जा रहा है उस नदी से हजारीबाग के आसपास के कई गांवों में बालू निकलता था. जिसे लोग मकान बनाने में इस्तेमाल करते थे . लेकिन आज उस नदी में भू माफियाओं के वजह से बालू तो दूर की बात रही अब पानी भी नहीं रहता है. नदी की चौड़ाई कम होने की वजह से बरसात के पानी घरों में भी घुस जाता है.
इस संबंध में वार्ड नंबर 25 के वार्ड पार्षद तारा देवी एवं पूर्व वार्ड पार्षद भूलन राम ने बताया है कि नदी को लेकर मोहल्ला और वार्ड में कई बार बैठक की गई लेकिन भू-माफिया के आतंक से आज नदी छोटी हो गई है. जिसे बरसात में खतरा मंडरा रहा है, जैसे बरसात होता है बाढ़ के पानी घरों तक घुस जाता है शुक्र है कि इस वर्ष बरसात कम होने की वजह से अभी तक सुरक्षित हैं .लेकिन जैसे ही बरसात बढ़ेगा मोहल्ले वालों के लिए खतरे का घंटी बज उठेगी.
यहां तक कि नदी के किनारे खासमहल की जमीन खाली था जो भू माफियाओं ने अपनी मर्जी से मकान और चार दिवारी देकर कब्जा कर लिया है. लेकिन प्रशासन बिल्कुल ध्यान नहीं देती है. कई बार प्रशासन को इस नदी के संबंध में जानकारी दी गई है ,फिर भी भू माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. वही कुमाहार टोली के गांधी स्मारक के पास छठ घाट भी बना है. लेकिन उस जगह पर भी लोगों ने कब्जा कर रखा है .
जबकि हर साल उस गांधी स्मारक के पास शहर के बड़े-बड़े दिग्गज नेता और प्रशासन का भी आवागमन होता है. लेकिन किसी की नजर आज तक भू माफियाओं की कब्जा की हुई जमीन पर ध्यान नहीं गया. यहां तक कि कुम्हरटोली के पास नाला अब नाली बन गया है अच्छा खासा चौड़ा नाला भू माफियाओं ने दीवार देकर छोटी नाली बना दिया है. जबकि इस नाले के विषय में जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया है और जिला प्रशासन ने भू माफियाओं को आदेश भी जारी किया है लेकिन भू माफियाओं को किसी का कोई खौफ ही नहीं है.