बरकट्ठा : प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) को भ्रष्टाचार का ग्रहण लग गया है. यहीं वजह है कि सुविधाशुल्क देने के बाद भी गरीबों के आवास अमीर लोग पा रहे है, वहीं गरीब ब्लॉक और पंचायत सचिवालय का चक्कर लगा रहे है. गरीब दर-दर की ठोकरे खाकर भटक रहे है. मामला प्रखंड क्षेत्र के बरकनगंगो पंचायत का है, जहां मुस्तकीम अंसारी पिता सहदेली मियां ने बताया कि मेरा मकान की स्थिति जर्जर है, गरीबी से स्थिति बदतर है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना को ले, बीते आठ वर्षों से पंचायत सचिवालय एवं प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगा रहा हूं पर सुनने वाला कोई नहीं है. मुखिया सिर्फ आश्वाशन देकर टाल दे रहीं है. वहीं अमीरों और रशुखदारों को आवास मिल गए है. इस बावत स्थानीय मुखिया हेमंती देवी ने बताया कि नई सूची बनी है, जिसमें नाम आते ही आवास मिल जाएगा.
बीडीओ सह सीओ निर्मल सोरेन ने बताया कि पीएम आवास योज़ना के लिए अभी जगह नहीं है. उन्होंने अगली बार सूची में नाम भेजे जाने का आश्वाशन दिया. सवाल यह है, कि मुस्तकीम अंसारी जैसे कई गरीब है, जो आवास के मोहताज़ है. योज़ना का दूसरा सच यह है कि गरीबों के लिए शुरू की गई आवास योजना पर अमीरों का कब्ज़ा हो गया है.