झज्जर:- कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को 100 दिन हो गए. कृषि कानूनों में सुधार की मांग को लेकर कई जगह आंदोलन चल रहा है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) को और तेज करने के लिए विभिन्न राज्यों में जाकर जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं. मगर हरियाणाा के झज्जर जिले के पास ढांसा बॉर्डर पर चल रहे धरने में एक अलग ही वाकया देखने को मिला. आंदोलनकारी किसानों को संबोधित करने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत से एक छात्रा ने ऐसा सवाल पूछ लिया कि हंगामा हो गया.
मंच पर पहुंची छात्रा ने जब माइक मांगा तो दे दिया गयामगर जैसे ही लड़की ने राकेश टिकैत से 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछा तो माहौल गरम हो गया. दरअसल, राकेश टिकैत ढांसा बॉर्डर पर विनोद गुलिया की अध्यक्षता में चल रहे धरने में लोगों से मुलाकात करने और अपना संदेश देने पहुंचे थे. इस दौरान युवा लड़की ने कहा कि राकेश टिकैत ने ये तो बता दिया कि कृषि कानूनों से कितना नुकसान होगा. मगर ये कह रहे हैं कि जब तक सरकार मांगें नहीं मानती आंदोलन खत्म नहीं होगा.
छात्रा ने पूछा ये सवालमैं पूछना चाहती हूं अगर किन्हीं परिस्थितियों में सरकार और किसानों के दोनों पक्ष में एक फीसद या फिर .05 फीसद भी पीछे नहीं हटे तो फिर समाधान किस बात पर होगा. यह जवाब सभी को चाहिए. धरने का समाधान मिलना चाहिए ताकि, युवा भी परेशान नहीं हो और किसान भी परेशान नहीं हो.
पहले बंद किया माइक और फिर
बात पूरी होती इससे पहले ही वहां खड़े किसान नेताओं ने युवा लड़की से ही सवाल पूछने शुरू कर दिए. माइक भी बंद कर दिया और युवा लड़की का नाम पूछा गया. लड़की ने बेबाकी से अपना नाम भी बता दिया. छात्रा कहती रही कि हम टिकैत जी से जवाब चाहते है की धरने का समाधान कब तक होगा. इस दौरान माइक को बंद कर दिया गया और उससे माइक छीन लिया गया.