नई दिल्ली:- कांग्रेस (Congress) सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को विभागीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने उनके मत्स्यपालन मंत्रालय बनाने के बयान पर आज लोकसभा में खूब सुनाया. गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को किसी स्कूल में भेजने की जरूरत है ताकि उन्हें जानकारी हासिल हो सके कि भारत सरकार के अधीन कौन-कौन से विभाग काम कर रहे हैं.देश में मत्स्यपालन क्षेत्र को बढ़ावा देने के प्रयासों पर बीजेपी सांसद सुनिता दुग्गल के सवाल के जवाब में मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि राहुल ने 2 फरवरी को लोकसभा में विभाग से संबंधित सवाल पूछा और कुछ दिनों बाद ही भूल गए कि देश में यह विभाग भी काम कर रहा है.
गिरिराज ने आगे कहा, पता नहीं उनकी यादाश्त खत्म हो गई या क्या हुआ, पता नहीं. मुझे ठेस लगा है कि राहुल गांधी ने 2 फरवरी को अतारांकित प्रश्न किया था लेकिन पुडुचेरी और कोच्ची में जाकर कहा कि मत्स्य पालन विभाग है ही नहीं. मैं सरकार में आऊंगा तो एक अलग मंत्रालय बनाऊंगा. मुझे अफसोस है महोदय कि यह किसका प्रश्न था? मैं संवैधानिक प्रश्न खड़ा कर रहा हूं.
कांग्रेस शासन में देश में सिर्फ 100 लाख टन मछली उत्पादन
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर देश में मत्स्यपालन क्षेत्र की जर्जर हालत रखने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 2014 तक पीढ़ियों दर पीढ़ियों तक राज करने वालों ने केवल 3,682 करोड़ रुपये ही आवंटित किए थे जबकि मोदी सरकार ने महज छह वर्षों में 32 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया. इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि 1947 से लेकर 2014 तक कांग्रेस शासन में देश में सिर्फ 100 लाख टन मछली उत्पादन हुआ था जबकि मोदी सरकार के पिछले छह सालों में 150 लाख टन उत्पदान हुआ.
गिरिराज ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर जोरदार तंज कसते हुए कहा, इनके नेता को कहीं स्कूल भेजिए, इनको बताइए कि भारत में कौन-कौन डिपार्टमेंट काम कर रहा है. नहीं तो ये भूल जाते हैं कि संघीय ढांचे में कौन-कौन से विभाग हैं.
राहुल गांधी ने कहा ये
बता दें कि इससे अलग देश की सीमाओं को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं. इस बार उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को आगाह करते हुए कहा कि भारत को सीमा से अलग युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि ‘2.5 फ्रंट’ के युद्ध का चलन अब पुराने दौर की बात हो चुकी है.
कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, ‘भारतीय शस्त्र बलों को 2.5 फ्रंट के युद्ध लड़ने के लिए डिजाइन किया गया है. यह अब बीते दौर की बात हो गई है. फिर भी हमें एक सीमाहीन युद्ध की तैयारी करनी चाहिए.’ राहुल गांधी ने कहा, ‘यह पिछली परंपराओं और विरासत में मिली व्यवस्थाओं के बारे में बात नहीं है. यह हमारे सोचने के तरीके को बदलने और एक राष्ट्र के रूप में कार्य करने के बारे में है.