नई दिल्लीः फ्लाइट में कोविड नियमों के उल्लंघन को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार किया है. कोर्ट ने एयर इंडिया की फ्लाइट में कोलकाता से दिल्ली जाने वाले लोगों की ओर से कोविड नियमों के उल्लंघन और मास्क न पहनने के मामले में स्वत: संज्ञान लिया है. कोर्ट ने कहा है कि अगर यात्री ठीक से मास्क नहीं लगाते तो उन्हें प्लेन से उतार दिया जाए और उनको नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया जाए.
जस्टिस सी हरिशंकर ने ये आदेश पारित किया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड प्रसार को रोकने के लिए बनाए गए नियमों का उल्लघंन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्लेन में यात्री वातानुकूलित वातावरण में होते हैं. ऐसे में यदि एक यात्री भी वहां पर संक्रमित हो तो वो कई लोगों को संक्रमित कर सकता है.
उन्होंने कहा कि अगर कोई एसिम्टोमैटिक कोरोना मरीज एक हाथ की दूरी पर भी बात कर रहा हो और उसने मास्क न लगाया हो तो वो दूसरे व्यक्ति को आसानी से संक्रमित कर सकता है. कोर्ट ने सख्ती से कहा है कि अगर फ्लाइट में कोई मास्क ठीक से नहीं लगाता है तो उसे फ्लाइट से उतार दिया जाना चाहिए.
दरअसल 5 मार्च को जस्टिस एयर इंडिया की फ्लाइट से कोलकाता जा रहे थे. तब उन्होंने फ्लाइट में देखा कि यात्री फ्लाइट अटेंडेंट द्वारा बताए जा रहे निर्देशों को अनसुना कर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. मास्क नहीं लगा रहे हैं. इसके बाद उन्होंने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सख्ताई बरतने के निर्देश दिए.
बता दें कि दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना के नए मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. मंगलवार को कोरोना के 320 नए मामले सामने आए और संक्रमण पर भी बढ़कर 0.48% हो गई. बीमारी से 4 लोगों की मौत भी हुई. 1 दिन में 66 हजार 744 लोगों को कोरोना जांच की गई. इसके साथ ही कोरोना रिकवरी दर घटकर 98 फीसदी रह गई. सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 1812 हो गई है.
मंगलवार को जारी दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 1 दिन में 234 और मरीज ठीक हुए हैं लेकिन कई दिनों से नए मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या कम होने से कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में अब तक 6 लाख 41 हजार 607 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से 6 लाख 28 हजार 920 लोग कोरोना वायरस को मार दे चुके हैं. दिल्ली में कुल मृत्यु दर 1.70% है.