रांची: झारखंड के खूंटी जिले में एक नर्सिंग इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही छात्राओं का सहनशक्ति टेस्ट के नाम पर छेड़खानी करने वाले एनजीओ संचालक को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है.
नर्सिंग कॉलेज में छात्राओं के साथ छेड़खानी का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को शिकायत की जांच का आदेश दिया था. जिसके बाद बीडीओ के नेतृत्व में पहुंची टीम ने गोपनीय तरीके से छानबीन की और आरोप सही पाये जाने के बाद एनजीओ के संचालक (निदेशक) बबलू उर्फ परवेज आलम को गिरफ्तार कर लिया है.
बताया गया है कि नक्सल प्रभावित खूंटी जिले के तिरला स्थित होरा एनजीओ के नर्स ट्रेनिंग सेंटर में 40 जनजातीय किशोरी छात्राओं को बबलू उर्फ परवेज आलम ने अपने जाल में फंसाया. उसने छात्राओं को बताया कि उन्हें नर्स प्रशिक्षण में एक खास सहनशक्ति टेस्ट से गुजरना होगा. ऐसा कहकर बबलू उर्फ परवेज ने क्लास के बाद अतिरिक्त क्लास के बहाने एक क्लास रूम में एक-एक कर छात्राओं को बुलाना शुरू किया और छेड़खानी के तरीके को सहनशक्ति टेस्ट का जामा पहनाकर छात्राओं की आंखों में धूल झोंकने का काम किया . उसने सहनशक्ति टेस्ट लेने के बाद छात्राओं को यह भी हिदायत दी कि इसे किसी को बताना मत, लोग गलत समझेंगे, यह टेस्ट नर्सिंग में जरूरी है. लेकिन कुछ छात्राओं ने इसकी शिकायत अपने परिजनों को की, जिसके बाद एक समाजसेविका के माध्यम से मामला सुर्खियों में आया और प्रशासन ने जांच शुरू की. हालांकि प्रारंभ में छात्राएं डर रही है कि यदि यह मामला सुर्खियों में आ जाता है, तो उनका प्रशिक्षण बीच में ही बंद हो जाएगा और किसी तरह से 500 से 1000 रुपये की व्यवस्था कर उनसभी ने प्रशिक्षण लेना शुरू किया है, वह भी अधूरा ही छूट जाएगा, इस कारण छात्राएं भयभीत थी.
खूंटी उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने होरा एनजीओ के कार्यालय जाकर जांच की और प्रशिक्षण प्राप्त कर रही छात्राओं से गुप्त रूप से घटना के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की. जानकारी में आये तथ्यों के आलोक में बीडीओ खूंटी द्वारा स्थानीय महिला थाने में होरा एनजीओ के निदेशक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है और एनजीओ निदेशक परवेज आलम उर्फ बबलू को गिरफ्तार कर लिया है. बबलू उर्फ परवेज रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के कडरू का रहने वाला है .