साहेबगंजः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के चचेरे भाई धनंजय मिश्रा की गोली मारकर हत्या की गयी थी.शनिवार देर रात जिरवाबाड़ी ओपी क्षेत्र के महादेवगंज में एक क्रशर के समीप से उसका शव बरामद किया.घटना की जानकारी मिलते ही दुमका प्रमंडल के डीआइजी सुदर्शन प्रसाद मंडल घटनास्थल पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी.उसके शव को 15 फीट नीचे गड्ढा कर दबाया गया था.जिसे जेसीबी की सहायता से बाहर निकाला गया।
धनंजय मिश्रा बीते तीन मार्च से लापता था.चार मार्च इसकी शिकायत उसकी धर्मपत्नी ने मिर्जाचौकी थाने पहुंचकर की थी.इसके बाद पंकज मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस विभाग को जल्द से जल्द उद्भेदन को कहा था.बाद में पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित की थी.जिसमें कई पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया गया था.पुलिस सूत्र की माने तो तीन दिन से पुलिस दिन रात एक मामले के उद्भेदन में जुटी थी.आखिरकार पुलिस ने एक जेसीबी चालक को राजमहल से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने पूरे मामले का खुलासा कर दिया.इसके बाद पुलिस ने जेसीबी चालक की निशानदेही पर धनंजय मिश्रा का शव को बरामद किया.
धनंजय मिश्रा की हत्या उनके ही मित्र आदित्य यादव ने गोली मारकर की थी.शव को बाद में महादेवगंज के एक क्रशर के समीप गड्ढे में डाल दिया.पुलिस के मुताबिक जिस जगह शव को दबाया गया था.उसे जेसीबी से खोदकर बाहर निकाला गया था.इधर, पुलिस मामले की तहकीकात के लिए मृतक के पत्नी को भी थाने लेते आया है.उधर, रविवार को शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में किया गया.इसके बाद उसे स्वजनों को सौंप दिया गया.
बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के चचेरे भाई की हत्या मामले को गंभीरता से लेते हुए संथालपरगना डीआईजी सुदर्शन मंडल खुद रविवार की सुबह पहुंच मोर्चा संभाल लिया है.उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हत्याकांड का जल्द खुलासा करने का दावा किया है.डीआईजी सुदर्शन मंडल ने कहा बढ़ते अपराध के सवाल पर कहा कि अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस सारे आवश्यक कदम उठा रही है.हत्याकांड में पुलिस अवैध संबंध, जमीन विवाद व अन्य कारणों की तलाश कर रही है.अनुसंधान लगभग पूरा हो चुका है.पुलिस इस मामले में कई कडिय़ों को जोडऩे में जुटी है.सभी पहलुओं की जांच के बाद ही हत्या का असली वजह पता चल पाएगा.इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.जिसमें एक खुद धनंजय मिश्रा की पत्नी जबकि दूसरा कुलेश रजक नामक एक युवक है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बरहेट विधायक के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के चचेरे भाई धनंजय मिश्रा उर्फ छोटू मिश्रा की हत्या मामले में मृतक की मां उमा देवी ने मिर्जाचौकी थाने पहुंच बेटे के अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज कराई है.पुलिस को उमा देवी ने बताया कि उसका बेटा धनंजय मिश्रा प्रतिदिन अपनी स्कूटी से कबूतरखोपी निवासी अपने मित्र छोटू चौधरी के साथ मिर्जाचौकी की जमीन पर बाउंड्री कराने के लिए जाया करता था.जहां से प्रतिदिन काम कराकर शाम चार बजे तक घर लौट आता था.बीते चार मार्च की सुबह भी वह घर से मिर्जाचौकी स्थित जमीन पर काम कराने की बात कहकर निकला था.वहां काम कराने के बाद धनंजय कबूतरखोपी के छोटू चौधरी सहित अन्य दो लोगों के साथ घर को निकला था. देर रात तक धनंजय के घर नहीं पहुंचने पर आसपास के लोगों से उसके बारे पूछताछ की गई.
लापता होने के बाद धनंजय के दोस्त आदित्य यादव, अंकित यादव, छोटू चौधरी के घर जाकर भी धनंजय के बारे पता लगाया गया लेकिन कहीं कोई जानकारी नहीं मिली.इसके बाद पांच मार्च की शाम मिर्जाचौकी थाने पहुंच बहू दीपिका ने अपने पति धनंजय मिश्रा के लापता होने का आवेदन थाने को दिया.बावजूद उसके बेटा कहीं कोई पता नहीं चल पाया.इधर इस संबंध में पूछताछ के बाद भी बहू हमें कुछ जवाब नहीं देती बल्कि चोरी छुपे फोन से कहीं बात करती रहती थी.इसके बाद मेरा शक गहराता गया कि उसके बेटे को आदित्य यादव, अंकित यादव, छोटू चौधरी सहित अन्य ने हत्या की नियत से अपहरण कर हत्या कर दी है.
उमा देवी के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.हालांकि पुलिस इस संबंध में धनंजय की पत्नी दीपिका और जेसीबी चालक सुरेश राजक से पूछताछ कर रही है.