रांची:- झारखंड के प्रणेता मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा.आज दिनाँक 20 मार्च दिन शनिवार को सामाजिक संस्था शारदा फाउंडेशन एवं स्पोर्ट्स लवर एसोसिएशन की ओर से कचहरी स्थित जयपाल सिंह स्टेडियम में स्थित जयपाल सिंह जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी पुण्यतिथि पर याद किया. इस अवसर झारखंड आंदोलन के प्रेरणा व आदिवासी महासभा के संस्थापक रहे जयपाल मुड़ा की पुण्यतिथि पर उनके बताए हुए रास्ते पर चलने की सपथ लिया. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ने संविधान सभा के सदस्य के रूप में संविधान सभा में 1946 को आदिवासियों के हितों की रक्षा में मुखर होकर बोले थे.इस अवसर पर सामजसेवी राजीव रंजन एवं अशुतोष द्विवेदी ने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा हमारे झारखंड के लिए सभी दृष्टिकोण से प्रेरणा स्रोत रहे हैं.चाहे हॉकी टीम के भारतीय कप्तान के रूप में हो या ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने में.जयपाल सिंह मुंडा भारतीय आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता थे. वे एक जाने माने राजनीतिज्ञ, पत्रकार, लेखक, संपादक, शिक्षाविद् और 1925 में ‘ऑक्सफोर्ड ब्लू’ का खिताब पाने वाले हॉकी के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे.उनकी कप्तानी में 1928 के ओलिंपिक में भारत ने पहला स्वर्ण पदक प्राप्त किया कर पूरे देश मे अपना नाम रौशन किया है.इस अवसर पर आशुतोष द्विवेदी, राजीव रंजन,गोविंद झा,धीरज अग्रवाल,अमित समेत अन्य खेलप्रेमी उपस्थित थे.ये जानकारी अमन ने दी.