रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को बीजेपी विधायक सीपी सिंह के सवाल पर सरकार ने जवाब देते हुए कहा कि अस्थायी कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं हटेंगे। ये वर्षों से कार्यरत हैं। यथास्थिति कायम रहेगी। बाह्य स्रोत से नहीं लिए जाएंगे। विधायक विनोद कुमार सिंह के सवाल पर सरकार ने कहा कि एजुकेशन लोन, एसएमई आदि देने में आनाकानी करने वाले बैंकों पर सख्ती होगी।
सभी जिलों में डीसी, जनप्रतिनिधि और बैंकों की जल्द बैठक बुलाई जाएगी। दो महीने के भीतर विशेष शाखा के अवैध दफ्तर की जांच पूरी होगी। प्राइवेट कर्मी को सरकारी सुविधा देने की जांच होगी। विधायक सरयू राय के सवाल पर सरकार ने यह जवाब दिया। राज्य स्थापना दिवस पर 2016 में स्कूली छात्र-छात्राओं को टॉफी और 5 करोड़ के टी शर्ट आपूर्ति में घोटाले की जांच होगी। कुडू फेब्रिक्स पर इस मामले में 17 लाख का जुर्माना लग चुका है।
सरयू राय ने सदन में पूछा कौन है वैद्यनाथ प्रसाद
विधायक सरयू राय ने सरकार से पूछा, कि सरकार बताए कि वैद्यनाथ प्रसाद कौन है. जिनपर 2015 से 2019 के बीच झारखंड पुलिस की विशेष शाखा से अनधिकृत गतिविधियां संचालित करने का आरोप है. इन्हें तमाम सरकारी सुविधाएं मुहैया करायी जाती रही. ऐसा कैसे हो सकता है कि विशेष शाखा के आवास कोई गैर सरकारी व्यक्ति आवासित हो जाये मंत्री रामेश्वर उरांव ने जवाव दिया कि 2 महीने में जांच कर सरकार बताएगी कि वह व्यक्ति कौन था. इसपर सरयू राय ने कहा कि व्यक्ति का नाम वैद्यनाथ प्रसाद है. जिसे डीएसपी समेत तीन बॉडीगार्ड मुहैया कराया गया था. सभी के बयान दर्ज हैं.
सरयू राय ने कहा कि अगर पुलिस अवैध गतिविधि चलाएगी तो राज्य की जनता का भरोसा सरकार से उठ जाएगा.
एचइसी की जमीन बेचने का मामला भी गरमाया
कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने एचईसी द्वारा जमीन बेचे जाने का मामला उठाया.विधायक ने कहा कि जमीन आदिवासियों से अधिग्रहित की गयी है. अगर उसे उपयोग में नहीं लाया जा रहा था, तो एचईसी को उसे रैयतों को वापस करना चाहिए था. ऐसा नहीं कर एचईसी जमीन को बेच रहा है. इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। .