लातेहार: लगातार सदर अस्पताल में अव्यवस्था की जानकारी उपायुक्त को मिल रही थी. इसे लेकर उपायुक्त बुधवार को सदर अस्पताल पहुंचे. विधि-व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया. अस्पताल की व्यवस्था को देख नाराजगी व्यक्त की. सुधार करने को लेकर सिविल सर्जन को निर्देशित किया. निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त के द्वारा प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया गया. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दी जाने वाली सुविधा को मरीजों को सुनिश्चित करवाने को लेकर सिविल सर्जन को निर्देशित किया. निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने मेडिकल कर्मियों को बगैर ड्रेस/अप्रेन/पीपीई कीट पहने पाए जाने पर सिविल सर्जन को नो ड्रेस नो पेय का निर्देश दिया. गुरुवार से इसे सुनिश्चित की बात कही.
निरीक्षण के क्रम में सदर अस्पताल के मुख्य भवन के पास अनाधिकृत रूप से वाहन पार्किंग किया हुआ पाया गया जिससे कार्य में बाधा भी उत्पन्न हो रही है. जिस पर उपायुक्त के द्वारा डीटीओ संतोष कुमार सिंह को ऐसे सभी मोटरसाइकिल के मालिक के लाइसेंस को रद्द करने का निर्देश दिया. स्वास्थ्य केन्द्र संचालन को बाधित करने वाले बाइक चालक से परिवहन नियमावली एक्ट के तहत कारण पृच्छा करने का निर्देश दिया.
निरीक्षण के क्रम में सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था ठीक ढंग से नहीं होने पर संबंधित कर्मी का एक दिन का मानदेय काटने का निर्देश दिया.
इस दौरान उपायुक्त अबु इमरान को पेयजल समस्या से संबंधित जानकारी दी गई जिस पर उपायुक्त ने पीने का पानी हेतु कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, लातेहार एवं कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल को अविलंब बंद/ खराब पाईपलाईन को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के क्रम में अस्पताल में अवैध राशि मांगे जाने की शिकायत मिली, जिसपर उपायुक्त के द्वारा सिविल सर्जन इसकी विस्तृत जांच जांच कर अविलंब रिपोर्ट सौंपने एवं दोषी पर कार्रवाई करने की बात कही. प्रभारी टीबी कंट्रोल के द्वारा बताया गया कि जिला स्तर से रिक्त पदों की भर्ती रोस्टर क्लीरेन्स लंबित है. इस संबंध में उप विकास आयुक्त एवं अपर समाहर्ता को 1 सप्ताह में रोस्टर क्लीरेन्स कराने को लेकर निर्देशित किया. निरीक्षण के दौरान उपायुक्त आईसीयू वार्ड पहुंचे हैं. इसका जायजा लिया उपायुक्त के द्वारा आईसीयू वार्ड में लिस्ट को लेकर सिविल सर्जन को प्रस्ताव उपलब्ध कराने को लेकर निर्देशित किया गया. इस दिशा में अभिलंब कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही गई. मौके पर सिविल सर्जन डॉ संतोष श्रीवास्तव समेत अन्य चिकित्सक एवं कर्मी मौजूद थे.
निरीक्षण करने पहुंचे उपायुक्त श्री अबु इमरान ने गर्भवती महिला का इलाज नहीं करने एवं सदर असपताल से वापस करने के संबंध में शराब के नशे में चिकित्सक के द्वारा इलाज में लापरवाही एवं अनुमंडल कार्यालय के लिपिक के द्वारा चिकित्सकों को धमकी के संबंध में जानकारी ली. सभी प्रकरण की जांच हेतु अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में जांच टीम गठित की गई. सिविल सर्जन को सह-अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी, लातेहार एवं प्रीती सिन्हा, कार्यपालक दण्डाधिकारी सदस्य को जांच कर 28 मार्च तक रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया है.