नई दिल्ली : देश भर में कल भारत बंद का ऐलान किया गया है. देश भर के किसान इस भारत बंद में शामिल होंगे. इस दौरान दुकानों, बाजारों और सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखा जाएगा. शुक्रवार (26 मार्च) को सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक भारत बंद किया जाएगा. तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर अड़े किसान कल पूरे देश में भारत बंद करेंगे. इस दौरान दुकानों, बाजार, व्यापारिक संगठन आदि को बंद रखने का ऐलान किया गया है. हालांकि, इसमें व्यापारी संगठन पूर्ण भागीदारी देंगे या नहीं इसको लेकर संशय बना हुआ है. व्यापारी इस भारत बंद में शामिल होंगे या नहीं, यह उन पर निर्भर है.
क्या-क्या रहेगा बंद ?
किसानों के इस 12 घंटे के भारत बंद के दौरान देश भर की दुकानों, बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आह्वान किया है. सभी तरह की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. इस दौरान दूध और डेयरी के उत्पादों की डिलीवरी को लेकर समस्या आ सकती है. ऐसे मेंअगर आप रोज दूध और डेयरी के उत्पाद खरीद कर लाते हैं तो आप आज शाम को ही इसकी व्यवस्था कर लें. किसान संगठनों ने कहा है कि लोगों से स्वेच्छा से दुकानें बंद रखने को कहा गया है.
भारत बंद के दौरान सड़कों को जाम नहीं किया जाएगा. इस वजह से यातायात पूरी तरह से सामान्य रहेगा. इसके अलावा भारत बंद के दौरान किसान रेल मार्ग को भी बाधित नहीं करेंगे. फैक्ट्रियों-कंपनियों को नहीं बंद करवाने का फैसला लिया गया है. पेट्रोल पंप, परचून की दुकानें, मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर और किताब की दुकानें भी इस दौरान खुली रहेंगी.
भारत बंद के दौरान क्या-क्या करेंगे किसान ?
तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान बीते करीब 120 दिनों(4 महीने) से सड़कों पर डटे हुए हैं. कल यानि 26 मार्च,2021 को किसानों के प्रदर्शन का 120वां दिन है. ऐसे में किसान आंदोलन को और तेज करने के लिए किसान देश भर में कल एक दिन का भारत बंद कर रहे हैं. इस दौरान किसान संगठन देश में जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ की नए कृषि कानून और सरकार के पुतले भी जलाए जाएंगे. गौरतलब है कि पिछली बार भारत बंद तीन घंटे का था, जिस वजह से आम जनजीवन पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा. ऐसे में देखना होगा कि इस बार किसान क्या करते हैं.
किसान, इस भारत बंद के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का साथ चाहते हैं. इससे जनता को परेशानी उठानी पड़ेगी. किसान नेताओं ने अपने-अपने संगठनों से कहा है कि वो सड़कों पर जाम ना करें. इसके अलावा भारत बंद को दिल्ली के अलावा हर राज्य, हर जिले, तहसील और ग्राम स्तर तक ले जाने की बात कही गई है.