झारखंड : पर्सनल लोन आकस्मिक जरूरतों के लिए कम समय में, कम दस्तावेजों और बिना किसी गारंटी के बैंकों से मिलने वाला कर्ज है. पर्सनल लोन गैर योजनागत जरूरतों के लिए कारगर है. यानी, ऐसी जरूरतें जो अचानक आपके सामने आती हैं. पर्सनल लोन देने में चाहे सार्वजनिक बैंक हो या फिर निजी बैंक वह अमूमन व्यक्ति की साख पर ही कर्ज देते हैं. साथ ही उसके लिए होम लोन, ऑटो लोन की तुलना में आठ से दस फीसदी ज्यादा दर पर कर्ज देते हैं. ऐसे में पर्सनल लोन आकस्मिक जरूरतों के लिए कर्ज लेने का एक समझदारी भरा कदम हो सकता है. बशर्ते कि आवेदक उसे समय के साथ चुकाए.
सिबिल की भूमिका अहम
लोन पाने में सिबिल की भी भूमिका काफी अहम हो जाती है. यदि आपका सिबिल में रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, यानी क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो आपके लिए पर्सनल लोन लेना काफी मुश्किल हो जाएगा.
ऐसे में यह जरूरी है कि आप क्रेडिट रिकार्ड को अच्छा रखें. यानी आप लिए गए कर्ज आदि का भुगतान समय पर करें. खासतौर से क्रेडिट कार्ड का भुगतान, होम लोन, ऑटो लोन आदि का सही समय से किया गया भुगतान आपको पर्सनल लोन लेने में काफी मदद कर सकता है.
क्या हैं जोखिम
सभी के लिए पर्सनल लोन लेना आसान नहीं है. बैंक काफी सतर्कता के साथ कर्ज देते हैं. गारंटी न होने की वजह से पर्सनल लोन पर जोखिम ज्यादा होता है. ऐसे में बैंक वेतनभोगी, पेशेवर स्वरोजगारी यानी जिनका बैंकिंग रिकार्ड न केवल बेहतर है बल्कि आसानी से मौजूद हैं, उन्हें बैंक कर्ज देते हैं.
आइए जानते हैं कि देश के 10 बड़े प्राइवेट और सरकारी बैंक कितनी ब्याज दर में पर्सनल लोन देते हैं.
बैंक | पर्सनल लोन पर ब्याज दर (फीसदी में) |
इलाहाबाद बैंक | 8.40 से 12.90 |
आईडीबीआई बैंक | 10 से 12.75 |
धनलक्ष्मी बैंक | 10.40 |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 10.50 से 14.50 |
इंडियन बैंक | 10.65 से 11.25 |
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स | 10.80 से 12.30 |
केनरा बैंक | 10.80 से 13.95 |
यस बैंक | 10.99 से 17.50 |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 11.05 से 11.80 |
यूको बैंक | 11.05 से 11.80 |