पारा शिक्षक संघ के बैनर तले हजारीबाग सदर थाना में मानदेय को लेकर गिरफ्तारी के लिए पहुंचे पारा शिक्षक. इस संबंध में पारा शिक्षक के अध्यक्ष संजय दुबे ने बताया कि सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. शराब दुकानदार को ₹18000 और शिक्षक को मात्र ₹7000 जबकि शिक्षक के बिना जीवन अधूरा है. शिक्षक 6 घंटे काम करते हैं उसके बावजूद सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
हम पूरे पारा शिक्षक आंदोलन के माध्यम से सरकार को बताना चाहते हैं कि शिक्षकों ने ऐसा क्या गुनाह किया है जो उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है. हम बच्चों को पढ़ा कर पैसा लेते हैं. सरकार की हर नियमावली का पालन करते हैं. हम शिक्षकों को 3 महीने से मानदेय नहीं दिया गया है जबकि पैसे के अभाव में हम लोगों को घर परिवार भी चलाना मुश्किल हो गया है. यहां तक कि बच्चे के स्कूल का फीस भी नहीं निकल रहा है. हम यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार हमारे काम करने का मानदेय देगी, लेकिन मानदेय भी नहीं मिल रहा है. यहां तक कि हम लोगों को राशन दुकान में भी सामान देने से दुकानदार इनकार कर रहे हैं. दुकानदार कहते हैं आप की क्या गारंटी कि आपको मानदेय मिलेगा.