मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश सरकार ने नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा से संबंधित बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले के मुताबिक अब नौवीं और ग्यारहवीं के छात्रों को घर पर रहकर ही परीक्षा देनी होगी. दरअसल यह फैसला प्रदेश में कोरोना संक्रमण के वर्तमान हालातों को मद्देनजर रखते हुए लिया गया है.
सरकारी विद्यालयों में नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों को स्कूल से पेपर दिए जाएंगे. इन पेपर को विद्यार्थियों को घर ले जाकर हल करना होगा और उत्तर पुस्तिकाओं को स्कूल में आकर जमा करना होगा. साथ ही सरकारी विद्यालयों में 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं के लिए भी यही व्यवस्था की गई है.
इसके अलावा जारी आदेश में निजी विद्यालयों को विकल्प दिया गया है. वें 9वीं व 11वीं की सालाना परीक्षा और 10वीं व 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में से किसी में भी आयोजित कर सकते हैं.
गौरतलब है सरकारी स्कूलों में 9वीं एवं 11वीं की सालाना परीक्षाएं और 10वीं-12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं 12 अप्रैल से होनी हैं. वहीं राज्य बोर्ड द्वारा कक्षा दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं 30 अप्रैल से और कक्षा बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 1 मई से आयोजित की जानी है. बोर्ड द्वारा अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर परीक्षा का टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है.
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने अभिभावक और विद्यार्थियों को चिंता में डाल दिया है. सभी ने सरकार से परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की है. ऐसे में एमपी बोर्ड दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को लेकर 15 अप्रैल को फैसला लेने वाला है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 12 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमण की स्थिति पर चर्चा करने वाले हैं. इस बैठक के बाद ही परीक्षाओं के संबंध में कोई भी निर्णय लिया जाएगा.