नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना संक्रमण के तेजी से होते प्रसार का असर अब अस्पतालों में साफ देखा जा रहा है. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Rajiv Gandhi Superspecialty Hospital) ने आज तत्तकाल प्रभाव से अपनी सभी नॉन कोविड सेवाओं को स्थगित कर दिया है. अब इस अस्पताल में केवल कोरोना संक्रमित लोगों का ही इलाज किया जाएगा.
दरअसल, दिल्ली के अस्पतालों में एक बार फिर से डॉक्टरों समेत स्टाफ मेंबर्स के संक्रमित होने का सिलसिला शुरू हो चुका है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन अब सतर्क हो गए हैं. दिल्ली स्थित एम्स के 50 कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने की खबर है. बीते एक सप्ताह में यहां के 50 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
एम्स में ओपीडी और ओटी सेवाएं बंद
मेडिसिन से लेकर सर्जरी विभाग के कई डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. ऐसे में एम्स ने अपनी ओपीडी सेवाओं के साथ अब ओटी सेवाओं को भी बंद कर दिया है. केवल स्पेशल केस में ही ऑपरेशन किया जाएगा. इस आदेश के बाद एम्स में दिल्ली के बाहर से ऑपरेशन कराने आए मरीजों को दिक्कतों का समाना करना पड़ेगा. एम्स में भी कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है. ऐसे में अन्य लोगों को कोरोना से बचाने के लिए ये आदेश दिया गया है.
सर गंगाराम अस्पताल के 37 डॉक्टर एक साथ संक्रमित
बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण का प्रसार बहुत तेजी से होने लगा है. यहां सर गंगाराम अस्पताल (Sir Ganga Ram Hospital) में एक साथ 37 डॉक्टरों के कोरोना संक्रमित होने की खबर है. बड़ी बात यह है कि इनमें से अधिकतर डॉक्टरों को कोविडशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी थी.
कई डॉक्टरों को लग चुकी थी वैक्सीन
टीकाकरण के बावजूद संक्रमण होने से अस्पताल और चिकित्सा जगत में खलबली मची हुई है. ऐसा बताया जा रहा है कि सभी डॉक्टर कोविड रोगियों का उपचार कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक से अधिकांश संक्रमित डॉक्टर हल्के लक्षण वाले हैं. इनमें से 32 डॉक्टरों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि 5 डॉक्टरों का अस्पताल में भर्ती किया गया है.