गोला ब्लॉक में तैनात एक ग्राम विकास अधिकारी (BDO) ने शहर की शिवसागर कॉलोनी स्थित अपने मकान के कमरे में पंखे में फंदा डालने के बाद उससे लटककर जान दे दी. कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें BDO ने अपनी मौत का जिम्मेदार एक भाकियू नेता और अपनी दो ग्राम पंचायतों के प्रधानों में से एक के पुत्र और दूसरे के पति को जिम्मेदार ठहराया है. उन तीनों पर सरेआम गलत व्यवहार करने का आरोप है. पुलिस ने भाकियू नेता को हिरासत में ले लिया है.
खुदकुशी करने वाले BDO त्रिवेंद्र कुमार (23) मूल रूप से आजमगढ़ के रहने वाले थे. वह यहां अपने बड़े भाई जितेंद्र और भाभी के साथ शिवसागर कॉलोनी में रहते थे. उन पर रसूलपुर और देवरिया गांव का प्रभार था. भाई जितेंद्र ने बताया कि त्रिवेंद्र कुमार बुधवार शाम जब गोला ब्लॉक से ड्यूटी से लौटे तो परेशान थे.
रात करीब साढ़े नौ बजे खाना खाते वक्त बताया था कि उन्हें भाकियू के कुछ नेता और प्रधान परेशान करते हैं, गालियां देते हैं. ऐसी ही बात पहले भी भाई को त्रिवेंद्र एक बार बता चुके थे, फिर वही बात बताने पर उन्होंने परेशानी देखते हुए काफी समझाया. इसके बाद वह कुछ शांत दिखे और सोने के लिए छत पर बने कमरे में चले गए. उसी कमरे में त्रिवेंद्र ने पंखे में फंदा डालकर उससे लटककर जान दे दी.
सुबह जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकले तो आशंका होने पर भाई-भाभी ने जाकर देखा. उन्होंने त्रिवेंद्र को प्लास्टिक की रस्सी के फंदे से लटका हुआ पाया. पास में एक सुसाइड नोट रखा था. इसे पढ़ने के बाद भाई जितेंद्र ने घटना की सूचना पुलिस को दी. पिता कोमल प्रसाद की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की तहरीर दी गई है.
इनमें भाकियू (लोकतांत्रिक) के गोला ब्लॉक इकाई के अध्यक्ष महेश, रसूलपुर की प्रधान के पति और देवरिया के प्रधान का पुत्र पप्पू के अलावा छह अन्य शामिल हैं. इस बीच पुलिस ने भाकियू नेता महेश को हिरासत में ले लिया है. त्रिवेंद्र का बुधवार रात पोस्टमार्टम कराया गया.
पिता के नाम यह लिखा सुसाइड नोट